बॉलीवुड में नेपोटिज्म यानी परिवारवाद पर लगातार बहस चलती रही है। करण जौहर के चैट शो पर आई कंगना ने करण को नेपोटिज्म का सबसे बड़ा समर्थक बता चुकी हैं। इस विवाद को बढ़ावा उस वक्त मिल गया जब करण ने आईफा अवॉर्डस में भी ‘नेपोटिज्म रॉक्स’ का नारा लगा दिया। लेकिन अब करण को अपने इस बात पर पछतावा हो रहा है।

करण ने एक निजी चैनल से बातचीत में यह बात कही। करण ने इस बातचीत में कहा कि “मैं भी इस बात पर यकीन करता हूं कि परिवारवाद हर समय काम नही करता है। अगर आप में टैलेंट, मेहनत और समर्पण है, बस यही मायने रखता है। हमने जो कहा था वह केवल मजाक था। मुझे लगता है कि वो गलत जगह पर गलत तरीके से  बोला गया। मुझे इस बात का दुख है।

गौरतलब है कि आईफा के बाद इस टिप्पणी की सोशल मीडिया पर खूब किरकिरी की। लोग कंगना के पक्ष में आकर खड़े होने लगे।

दरअसल आईफा के मंच पर एक्‍टर वरूण धवन  फिल्म ‘ढिशूम’ के लिए बेस्ट कॉमिक एक्टर का पुरस्कार लेने पहुंचे तो सैफ ने मजाक में कहा कि वह (वरुण) फिल्म उद्योग में आज इस मुकाम पर अपने पापा की वजह से हैं। वरुण भी नहीं चूके और उन्होंने भी कह दिया, ‘…और आप यहां अपनी मम्मी (शर्मिला टैगोर) की वजह से हैं।’ इस पर करण ने तुरंत कहा, ‘मैं यहां अपने पापा (दिवंगत फिल्मकार यश जौहर) की वजह से हूं।’ फिर तीनों ने एक साथ कहा, ‘परिवारवाद ने मचाई धूम (नेपोटिज्‍म रॉक्‍स)।’

करण जौहर ने इस बातचीत के दौरान करते हुए कहा, ‘इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि मेरे और कंगना के बीच में क्या  विवाद है। मेरी परवरिश एक अच्छेई और सभ्यक परिवार में हुई है और मुझे लगता है कि मैं कहीं न कहीं उस आधार पर फेल हुआ हूं। मुझे लगता है कि इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि किसी विषय पर मैं क्या सोचता हूं, लेकिन मुझे इस विषय को बार-बार नहीं उठाना चाहिए… और इस बात के लिए मैं काफी अफसोस महसूस कर रहा हूं।’

करण के अलावा वरूण धवन ले भी अपने इस बात पर माफी मांगी। वरूण ने कल ट्वीट कर कहा, “मैं माफी मांगता हूं और अफसोस जताता हूं। अगर मेरे एक्ट से किसी को चोट पहुंची हो तो मैं तहेदिल से  उससे माफी मांगता हूं।

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