Jhulelal Jayanti 2022: धूमधाम से मनाई जा रही है Cheti Chand जयंती, जानिए- क्यों मनाते हैं चेटी चंड?

हिन्दू कैलेंडर के अनुसार झूलेलाल जयंती को चेटी चंड के नाम से भी जाना जाता है। झूलेलाल जयंती की तिथि वर्ष और चेत के हिन्दू महीने की पहली तिथि को मनाया जाता है।

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Jhulelal Jayanti 2022
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Jhulelal Jayanti 2022: आज 2 अप्रैल को झूलेलाल जयंती (चेटी चंड जयंती ) मनाई जा रही है। झूलेलाल जी को जल के देवता वरुण का अवतार माना जाता है। झूलेलाल जयंती सिंधी समुदाय के महत्वपूर्ण पर्वों में से एक है। मान्यता है कि इस दिन विधि विधान से भगवान झूलेलाल की पूजा करने से मांगी हुई मन्नत अवश्य पूरी होती है।

सिंधी समुदाय के लोगों को मानना है कि भगवान झूलेलाल जल के देवता हैं। कहा जाता है कि प्राचीन काल में जब सिंधी समुदाय व्यापार के लिए जलमार्ग से जाते थे, तो स्त्रियां उनके सकुशल लौटने के लिए भगवान झूलेलाल से मन्नत मांगती थी। झूलेलाल जयंती पर सिंधी समुदाय के लोग झूलेलाल मंदिरों (Jhulelal Temples) में जाते हैं और श्रद्धा भाव के साथ उनकी पूजा करते हैं।

Jhulelal Jayanti 2022
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Jhulelal Jayanti 2022 को चेटी चंड के नाम से भी जाना जाता है

हिन्दू कैलेंडर के अनुसार झूलेलाल जयंती को चेटी चंड के नाम से भी जाना जाता है। झूलेलाल जयंती की तिथि वर्ष और चेत के हिन्दू महीने की पहली तिथि को मनाया जाता है। झूलेलाल सिंधी हिंदुओं के लिए सबसे बड़े देवता है, उन्हें हिंदू देवता वरुण का अवतार माना जाता है।

Jhulelal Jayanti 2022
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हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय में मनाया जाता है यह त्योहार

बता दें कि गुड़ी पड़वा और उगादी के साथ यह तिथि भी मनाई जाती है। झूलेलाल को कई अन्य नामों से भी जाना जाता हैं। उदेरोलाल, घोड़ेवारो, जिन्दपीर, लालसाँई, पल्लेवारो, ज्योतिनवारो, अमरलाल आदि। इनकी पूजा तथा स्तुति का तरीका कुछ भिन्न है।

Jhulelal Jayanti Story: भगवान झूलेलाल के जन्म की कहानी

कहा जाता है कि सिंध प्रदेश के ठट्ठा नगर में मिरखशाह नामक शासक राज करता था। वहीं एक अत्याचारी राजा था, उसके अत्याचार से तंग आकर नगरवासियों ने 40 दिनों तक श्रद्धापूर्वक नदी के किनारे पूजन किया था। तब सिंधु नदी में से एक बहुत बड़े नर मत्स्य पर बैठे हुए भगवान झूलेलाल प्रकट हुए थे और कहा था कि मैं अब से 40 दिन बाद जन्म लेकर मिरखशाह के अत्याचारों से प्रजा को मुक्ति दिलाऊंगा। जिसके बाद चैत्र माह की द्वितीया को एक बालक ने जन्म लिया, जिसका नाम उडेरोलाल रखा गया था। उस बालक ने मिरखशाह के अत्याचार से सभी की रक्षा की थी।

Jhulelal Jayanti 2022
Jhulelal Jayanti 2022

1- सारी चिंता भूल जाओ
सब गलतियां भूल जाओ
और इस नए साल में
एक नई शुरुआत करो
चेटी चंड की शुभकामनाएं

2- झूलेलाल का आशीर्वाद मिले
दोस्तों और प्रियजनों का प्यार मिले
सफलता चूमे हर दम कदम आपके
ऐसा हो चेटी चंड का पर्व आपके लिए
चेटी चंड की शुभकामनाएं

Jhulelal Jayanti 2022
Jhulelal Jayanti 2022

3- आयो मच्छी ते चड़ी
कंदो मुरादा पूरी
थींदो नयाणिं जो भलो भाग
व्यापारी थींदा शाहुकार
चओ आयो लाल झूले लाल

4- काश खतरे से ज्यादा संभावनाएं होती
उदासी से ज्यादा मुस्कुराहट होती जैसा कि
हम एक नए साल में कदम रखते हैं
चेटी चंड की शुभकामनाएं

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