साइबर क्राइम एजेंसी ने गृह मंत्रालय को देश में होने वाले साइबर अटैक के खतरे से रूबरू कराया है। जिसके बाद एहतियातन देशभर के कई एटीएम बंद कर दिए गए हैं। हालांकि रिजर्व बैक ऑफ इंडिया ने इस बयान को खारिज कर एटीएम बंद करने की खबर से इनकार किया। आरबीआई ने बताया,’मंत्रालय द्वारा एटीएम बंद करने का कोई निर्देश जारी नहीं किया गया है, बल्कि सचेत रहने संबंधी परामर्श जारी किये गए हैं।’ हालांकि गृह मंत्रालय हालात पर नजर बनाए हुए है। बता दें कि देशभर में साइबर सुरक्षा एजेंसी ने इंटरनेट यूजर्सकर्ताओं को विश्व भर में WWW द्वारा तेजी से फैल रही ग्लोबल साइबर अटैक की चपेट से बचने के लिए और अपनी जरुरी दस्तावेजों को संभालकर रखने के लिए पहले ही अगाह कर चुका हैं। साइबर क्राइम के विशेषज्ञों के मुताबिक रैंसमवेयर वायरस इंटरनेट प्रयोगकर्ताओं के सिस्टम को बुरी तरह से प्रभावित करने के साथ ही साथ दूसरे जगह से उनके निजी फाइलों को लॉक कर देता है।

चीन, जापान, रुस  सहित 100 देश इस वायरस से प्रभावित

अधिक धन के लालच में कुछ आईटी इंजीनियर साइबर क्राइम का सहारा ले रहे हैं। वर्तमान समय में साइबर क्राइम के ऐसे कई मामले अखबारों, पत्रिकाओं व न्यूज चैनलों में दिखाए जा रहे है, जहां हैकर एक जगह से बैठे-बैठे लोगों की निजी जानकारियां प्राप्त कर आसानी से पैसे खंगालने में लग जाते हैं। लेकिन इस बार इन हैकरों ने एक दो नहीं बल्कि जापान, रुस, चीन, अमेरिका सहित 100 देशों के कम्प्यूटरों को रैंसमवेयर वायरस के जरिए चपेट में ले लिया है। रैंसमवेयर एक ऐसा मालवेयर होता है जो कंप्यूटर सिस्टम के फाइल को लॉक कर देती है और एक निश्चित राशि के भुगतान के बगैर अनलॉक नहीं होती है।भारत में पश्चिम बंगाल और केरल के कुछ इलाकों में इस हमले का असर देखा गया।

रैंसमवेयर वायरस से बचने के उपाय

रैंसमवेयर वायरस हमें सिस्टम में दिखाई नहीं देते लेकिन अगर आपको लगता है कि आपके कम्प्यूटर में इस वायरस का असर है तो इसको पहचानने के लिए आप अपने कम्प्यूटर का फाइल नेम एक्सटेंशन ऑप्शन पर क्लिक कर के देखे जो आपके संदिग्ध फाइलों को आसानी से जांच लेता है।

यह वायरस आपके फाइल की एक्सटेंशन बदल देता है

अपने सोशल मीडिया पर आए अजनबियों के ई-मेल को न खोलकर बल्कि उसे डिलिट कर दें।

अपरिचित वेबसाइटों का इस्तेमाल करने से बचे।

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