Erdogan Trukiye President: रेसेप तैयप एर्दोगन बने Turkiye के नए राष्‍ट्रपति, बैंकर मेहमत सिमसेक को नियुक्‍त किया वित्‍त मंंत्री

Erdogan Trukiye President: राष्‍ट्रपति पद की शपथ लेते ही एर्दोगन ने अपनी नई सरकार के विजन के बारे में बात की। उन्होंने एक प्रसिद्ध बैंकर मेहमत सिमसेक को तुर्किये के वित्त मंत्री और राजकोष के पद पर नियुक्त किया।

0
63
Erdogan Trukiye President top news
Erdogan Trukiye President

Erdogan Trukiye President: इस्लामिक देश तुर्किये के अंदर हाल में हुए राष्‍ट्रपति चुनाव में रेसेप तैयप एर्दोगन ने अपनी जीत दर्ज की।मालूम हो कि ये उनकी किसी चुनाव में लगातार 11वीं जीत थी। उन्‍होंने तुर्किये के 12वें राष्‍ट्रपति के रूप में पद की शपथ ली है।राष्‍ट्रपति पद की शपथ लेते ही एर्दोगन ने अपनी नई सरकार के विजन के बारे में बात की। उन्होंने एक प्रसिद्ध बैंकर मेहमत सिमसेक को तुर्किये के वित्त मंत्री और राजकोष के पद पर नियुक्त किया।
जानकारी के अनुसार रेसेप तैयप एर्दोगन का राष्‍ट्रपति पद का कार्यकाल उनकी ऐतिहासिक जीत के साथ 5 साल और बढ़ गया है।तुर्किये में पिछले महीने ही चुनाव हुए थे, जिसमें 28 मई की वोटिंग के दौरान एर्दोगन ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कमाल केलिकदारोग्लू को करारी शिकस्‍त दी।

Erdogan Trukiye President news

Erdogan Trukiye President:खुद को बताते हैं इस्‍लाम का सच्‍चा अनुयायी

Erdogan Trukiye President:69 वर्षीय रेसेप तैयप एर्दोगन खुद को इस्‍लाम का सच्‍चा अनुयायी बताते हैं। उनका जन्‍म 26 फरवरी 1954 को तुर्किये के इस्‍तांबुल में हुआ था। उनकी बीवी का नाम एमाइन गुलबारन।

दोनों इस्‍लामिक रीति-रिवाजों को लेकर हमेशा मुखर रहे हैं, यानी वे खुद को पक्‍के मुसलमान के रूप में पेश करते हैं।वहीं एर्दोगन की छवि सख्‍त इस्‍लामिक राजनेता की रही है। ये छवि तुर्किये के लोगों को काफी पसंद है। इसी कारण वहां एर्दोगन पिछले 20 सालों से सत्‍ता पर काबिज हैं।

Erdogan Trukiye President:एर्दोगन को ही सत्‍ता में बने रहने का मौका

Turkiye Erdogen 3 min

Erdogan Trukiye President:तुर्किये में इस वर्ष शक्‍तिशाली भूकंप आया था, जिसमें 50 हजार से ज्‍यादा लोगों की जानें गईं।लाखों लोग बेघर हो गए। हजारों इमारतों को नुकसान पहुंचा था। यही नहीं अरबों डॉलर की संपत्ति का नुकसान पहुंचा।उस दौरान तुर्किये के लोगों में सरकार के खिलाफ आक्रोश व्‍याप्‍त था, लेकिन पिछले माह जब चुनाव हुए तो वहां के लोगों ने एर्दोगन को ही सत्‍ता में बने रहने का मौका दिया। ऐसे में एर्दोगन की वहां की सियासत में पकड़ को समझा जा सकता है।

संबंधित खबरें

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here