पश्चिम बंगाल में पुलिस आयुक्त से पूछताछ करने गये केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई ) के अधिकारियों के काम में बाधा पहुंचाये जाने और मुख्यमंत्री तथा तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी के धरने पर बैठने के घटनाक्रम के बीच विपक्षी दलों ने मोदी सरकार पर केंद्रीय जाँच एजेंसी के दुरुपयोग का आरोप लगाया है जबकि भारतीय जनता पार्टी ने  बनर्जी पर सीबीआई की कार्यवाही में बाधा डालने का आरोप लगाया है और सीबीआई को लेकर ममता बनर्जी और केंद्र सरकार आमने-सामने आ गई है।

वहीं, पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और सीबीआई के बीच चल रहे विवाद पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बयान सामने आया है। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि इस मामले में वह कोई प्रतिक्रिया नहीं दे सकते। नीतीश ने सीधे-सीधे कुछ कहने से बचते हुए इशारों में ममता बनर्जी के कदम पर सवाल उठाया। बता दें कि चिट फंड घोटाले के सिलसिले में कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के घर सीबीआई टीम के पहुंचने के बाद विवाद की शुरुआत हुई थी।

नीतीश कुमार ने कहा, ‘इस मामले में वही लोग बता सकते हैं जो इस कार्रवाई से जुड़े हुए हैं। मैं ऐसी चीजों पर प्रतिक्रिया नहीं देना चाहता। सवालों के जवाब सीबीआई और सरकार देगी। जब तक निर्वाचन आयोग चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं करता, तब तक देश में कुछ भी हो सकता है।’

सारदा चिटफंड घोटाले की जांच कर रही सीबीआई रविवार रात को कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के घर पहुंची थी। लेकिन वहां कोलकाता पुलिस ने सीबीआई की टीम के 5 लोगों को हिरासत में ले लिया था। इसके बाद ममता बनर्जी मीडिया के सामने आईं और सीबीआई पर बिना जानकारी दिए वहां आने का आरोप लगाया। वहीं सीबीआई का कहना था कि उनके पास सभी जरूरी कागजात मौजूद थे।

इसके बाद ममता बनर्जी ने पीएम मोदी और बीजेपी पर बंगाल में तख्तापलट करने की कोशिश का आरोप लगाया, फिलहाल पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ‘संविधान बचाओ’ धरने पर बैठी हैं। यह धरना कोलकाता के मेट्रो चैनल के पास चल रहा है।

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