“यूं तो बच्चों को भगवान का अंश माना जाता है, लेकिन हमारे देश में मासूम बच्चों के प्रति लगातार बढ़ रहे अपराधों का ग्राफ देख कर तो ऐसा लगने लगा है कि बच्चों को अब बस उपभोग और प्रताड़ित करने की वस्तु के रूप में देखा जाने लगा है”।
इंसानियत को शर्मसार करने वाला कुछ ऐसा ही मामला कानपुर के एक स्कूल से सामने आ रहा है, जिसे पढ़ने के बाद आपकी आंखे गुस्से से लाल हो जाएगी।
उत्तर प्रदेश के कानपुर में स्कूल प्रशासन ने 11वीं क्लास के एक छात्र के साथ ऐसी बेरहम हरकत की है जिससे छात्र की जान पर बन आई है। छात्र की गलती सिर्फ इतनी सी थी कि छात्र स्कूल में यूनिफॉर्म की जगह जीन्स की पैंट पहन कर गया था। लेकिन इस छोटी सी गलती की सजा छात्र को अपने खून से चुकानी पड़ी। स्कूल के स्टाफ ने छात्र को सजा देने की नियत से उस छात्र की पहनी हुई जींस को उसके पहने–पहने ही काट दिया। कैंची से जींस काटने की कोशिश में युवक के पैर भी बुरी तरह कट गए हैं। जिसके बाद युवक को असहाय दर्द सहना पड़ रहा है।
पिता ने की रिपोर्ट दर्ज-
युवक की इस मामूली सी गलती के लिए शिक्षक द्वारा इतनी दर्दनाक सजा दी गयी है जिससे स्कूल प्रशासन की सुरक्षा प्रणाली पर सवालियां निशान लग जाते हैं। जब स्कूल जैसी जगह पर ही बच्चे सुरक्षित नहीं हैं तो किसी और जगह से उम्मीद ही क्या की जाए।
इस मामले में पिता विनोद पाल ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई है। उनका कहना है कि यदि स्कूल प्रशासन को बच्चे के स्कूल ड्रेस पहन कर न आने से परेशानी थी तो वे उसे वापस घर भेज देते लेकिन इस तरह का व्यवहार कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। पिता का कहना है कि स्कूल प्रशासन ने एक बार भी मेरे बेटे की स्कूल यूनिफॉर्म पहन कर न आने का कारण जानने की कोशिश नहीं की बस अपनी मनमानी करते हुए बच्चे को इतनी दर्दनाक सजा दे दी।
पिता का ये भी कहना है कि रिपोर्ट लिख जाने के बाद भी स्कूल की तरफ से अब तक कोई माफी नहीं आई है और न ही इतनी दर्दनाक सजा देने का कोई स्पष्टीकरण दिया गया है।