Ram Mandir Ayodhya: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 11 दिन का खास अनुष्ठान…”, बोले PM नरेंद्र मोदी

0
36

Ram Mandir Ayodhya: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलला की प्राण प्रतिष्‍ठा के लिए 11 दिन का अनुष्ठान शुरू किया है। प्रधानमंत्री मोदी अपनी दैनिक दिनचर्या में ब्रह्ममुहूर्त जागरण, साधना और सात्विक आहार जैसे नियमों का पालन तो करते ही हैं लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने सभी 11 दिवसीय अनुष्ठान के तौर पर कठोर तपश्चर्या के साथ व्रत लेने का निर्णय किया है। पीएम ने कहा कि उनका सौभाग्य है कि वह इस पुण्य अवसर का साक्षी बन रहे हैं। अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होने वाली है। इसमें अब बस 11 दिनों का वक्त बचा हुआ है।

Ram Mandir Ayodhya: पीएम मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले ऑडियो मैसेज जारी कर कहा कि मैं भावुक हूं, जीवन में पहली बार, मुझे ऐसे भाव आ रहे हैं…

PM Modi’s message on Pran-Pratishtha | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ऑडियो मैसेज

देश में सबको 22 जनवरी का इंतजार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ऑडियो मैसेज में कहा, ‘आज दुनियाभर में भारतीयों के लिए ऐसा ही एक पवित्र अवसर है। हर तरफ प्रभु श्रीराम की भक्ति का अद्भुत वातावरण है’ उन्होंने कहा, ‘देश में हर किसी को 22 जनवरी का इंतजार है और अब अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में सिर्फ 11 दिन बचे हैं। मैं अपने जीवन में पहली बार इस तरह के मनोभाव से गुजर रहा हूं। मैं एक अलग ही भाव-भक्ति की अनुभूति कर रहा हूं।’

पीएम मोदी का ट्वीट

पीएम मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में केवल 11 दिन ही बचे हैं। मेरा सौभाग्य है कि मैं भी इस पुण्य अवसर का साक्षी बनूंगा। प्रभु ने मुझे प्राण प्रतिष्ठा के दौरान, सभी भारतवासियों का प्रतिनिधित्व करने का निमित्त बनाया है। इसे ध्यान में रखते हुए मैं आज से 11 दिन का विशेष अनुष्ठान आरंभ कर रहा हूं। मैं आप सभी जनता-जनार्दन से आशीर्वाद का आकांक्षी हूं। इस समय, अपनी भावनाओं को शब्दों में कह पाना बहुत मुश्किल है, लेकिन मैंने अपनी तरफ से एक प्रयास किया है।’

यम-नियम पालन का अनुष्ठान

बता दें कि शास्त्रों में देव प्रतिमा प्राण प्रतिष्ठा एक विशद एवं वृहद प्रक्रिया है। इसके लिए विस्तृत नियम बताए गए हैं जिनका प्राण प्रतिष्ठा के कई दिन पहले से पालन करना होता है। एक रामभक्त के रूप में प्रधानमंत्री मोदी, राममंदिर निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा के प्रति एक आध्यात्मिक साधना के भाव से समर्पित हैं। उन्होंने तय किया कि अपनी तमाम व्यस्तताओं और जिम्मेदारियों के बावजूद वो प्राण प्रतिष्ठा के दिन और उसके पूर्व के सभी नियमों और तपश्चर्याओं को उतनी ही दृढ़ता के साथ पालन करेंगे। इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी ने प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व 11 दिवसीय यम-नियम पालन का अनुष्ठान शुरू किया है।

प्रधानमंत्री ने अपनी मां को किया याद

पीएम मोदी ने माता जीजाबाई को भी याद किया और कहा कि सोने पर सुहागा ये है कि आज माता जीजाबाई की जन्म जयंती है। उन्होंने कहा कि माता जीजाबाई ने छत्रपति शिवाजी महाराज के रूप में एक महामानव को जन्म दिया। पीएम ने कहा कि जब मैं माता जीजाबाई को याद कर रहा हूं तो सहज रूप से मुझे अपनी मां की भी याद आ रही है। मेरी मां जीवन के अंत तक माला जपते हुए सीता-राम का ही नाम जपा करती थी।

यह भी पढ़ें:

2024 Henley Passport Index: दुनिया का सबसे पावरफुल है इस देश का पासपोर्ट, जानें भारत की रैंकिंग

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here