Land For Job Scam : जमीन के बदले नौकरी (Land For Job Scam) मामले में आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव आज यानी बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश नहीं हुए। बता दें कि राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख को ईडी का समन आया था, जिसमें उन्हें 27 दिसंबर को दिल्ली स्थित ईडी ऑफिस में पूछताछ के लिए आने के लिए कहा गया था। लेकिन लालू यादव की तबीयत बिगड़ने के चलते उन्होंने ईडी दफ्तर जाने से इनकार कर दिया।
वहीं, इससे पहले लालू यादव के बेटे और बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को भी पिछले हफ्ते (21 दिसंबर) ईडी द्वारा समन भेजकर बुलाया गया था। लेकिन वे भी ईडी दफ्तर नहीं गए थे। जिसके बाद ईडी ने एक दूसरे समन में तेजस्वी यादव को 5 जनवरी 2024 को ईडी के सामने पेश होने को कहा है।
Land For Job Scam : क्या है लैंड फॉर जॉब स्कैम?
बात दरअसल, 2004 से 2009 की है, उस समय भारत के रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव हुआ करते थे। उस दौरान लालू यादव और उनके परिवार पर आरोप लगे थे कि उन्होंने ‘ए के इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड’ नामाक एक कंपनी को जमीन हस्तांतरित कराने के बाद, अनेकों लोगों को जमीन के बदले अलग-अलग रेलवे जोनों में ग्रुप “डी” श्रेणी की नौकरियां दे दी गईं।
सीबीआई के मुताबिक, कई लोगों को शुरुआत में रेलवे में ग्रुप डी श्रेणी के पदों पर टेम्पररी तौर पर रखा गया। फिर जब लालू परिवार ने उन लोगों से जमीन का सौदा किया, तब उन्हें पक्का (रेगुलर) कर दिया गया।
मामला जब सीबीआई के पास आया तो सीबीआई ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि बिहार की राजधानी पटना में लालू यादव और उनके परिवार ने करीब 1.05 लाख वर्ग फीट जमीन पर कथित तौर पर कब्जा किया हुआ है। यह भी कहा जा रहा था कि जमीन को लालू यादव ने नकद रुपये देकर खरीदा था। आरोप यह भी हैं कि ये जमीनें काफी कम दाम पर बेचीं गई थीं।
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