Lalu Prasad Yadav: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद यादव के परिवार की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ती जा रही हैं। जमीन के बदले नौकरी घोटाले में सीबीआई ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और 14 अन्य के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। सीबीआई ने चार्जशीट में लालू यादव और तत्कालीन मैनेजर को आरोपित किया है। इसके साथ ही लालू प्रसाद यादव के परिवार के अन्य सदस्यों को भी जांच के दायरे में रखा गया है। आरोप है कि रेल मंत्री रहते हुए लालू यादव ने पटना के 12 लोगों को ग्रुप डी में चुपके से नौकरी दी और फिर उनसे जमीन लेकर अपने परिवार के लोगों के नाम करवा ली। चार्जशीट में कहा गया है कि रेलवे अधिकारियों द्वारा जमीन के बदले में उम्मीदवारों को अनुचित तरीके से जल्दबाजी में नौकरी दी गई।
Lalu Prasad Yadav: जमीन के बदले 3 दिन में मिल गई नौकरी
सीबीआई ने लालू यादव, राबड़ी देवी, उनकी बेटी मीसा भारती और 13 अन्य को आरोपी बनाया है। सीबीआई ने 23 सितंबर 2021 को रेलवे में हुए कथित घोटाले मामले में प्रारंभिक जांच दर्ज की थी, जिसे 18 मई को प्राथमिकी में बदल दिया गया था। यह घोटाला 2004 से 2009 के बीच हुआ था, जब लालू प्रसाद यादव यूपीए सरकार में रेल मंत्री थे।
जमीन राबड़ी देवी और उनकी दो बेटियों के नाम पर करवाई गई दर्ज
जब लालू यादव देश के रेल मंत्री थे, तब रेलवे भर्ती में घोटाला हुआ था और उन पर नौकरी देने के बदले लोगों से जमीन लेने का आरोप है। एजेंसी के अनुसार, उम्मीदवारों को उनके आवेदन के 3 दिनों के अंदर ही रेलवे अधिकारियों द्वारा ग्रुप डी पदों पर नियुक्त किया गया था। सीबीआई का आरोप है कि जमीन राबड़ी देवी और उनकी दो बेटियों के नाम पर दर्ज करवाई गई थी। केंद्रीय एजेंसी ने आरोप लगाया है कि पटना में करीब 1.05 लाख वर्ग फुट जमीन लालू प्रसाद के परिवार वालों ने वेंडरों को नकद देकर ली थी।
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