क्‍या है Bajrang Dal, कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने घोषणा पत्र में क्‍यों की बजरंग दल पर बैन लगाने की बात, जानिए यहां ?

Bajrang Dal: बजरंग दल देश भर में लगभग 2,500 अखाड़े चलाता है। एक दावे के मुताबिक बजरंग दल में 1,300,000 सदस्य हैं। इन सदस्यों में 850,000 कार्यकर्ता हैं।

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Bajrang Dal: कर्नाटक विधानसभा का चुनाव प्रचार जोरों पर है।राजनीतिक दलों का एक दूसरे पर वार-पलटवार भी जारी है।कांग्रेस का हाल में जारी घोषणा पत्र में बजरंग दल को बैन करने के बाद विरोधी दलों ने आवाज उठानी शुरू कर दी है।आइए जानते हैं बजरंग के दल की स्‍थापना से लेकर इसके कार्यों के बारे में विस्‍तार से।
हिंदू देवता हनुमान जी पर आधारित बजरंग दल एक हिन्दुत्व संगठन है जोकि विश्व हिन्दू परिषद की युवा शाखा है।यह आरएसएस के 36 संगठनों के परिवार का एक सदस्य है।बजरंग दल की विचारधारा हिन्दुत्व (हिन्दू राष्ट्रवाद) पर आधारित है।

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Bajrang Dal:बजरंग दल की स्‍थापना

Bajrang Dal: राम मंदिर आंदोलन के दौरान बीजेपी के फायरब्रैंड नेता विनय कटियार ने बजरंग दल की स्थापना की। उन दिनों राम मंदिर आंदोलन रफ्तार पकड़ रहा था। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को एक ऐसे संगठन की जरूरत थी जो राम के मुद्दे पर युवाओं को आंदोलित कर सके। जो राम के नाम पर सड़क पर निकल सके। 1 अक्टूबर 1984 को उत्तर प्रदेश में शोभायात्रा के रूप में हुई थी।शोभायात्रा को राम-जानकी रथयात्रा के नाम से जाना जाता था।

जिसका मकसद केवल लोगों को हिंदुत्व के बारे में बताना था। धीरे-धीरे इस यात्रा से युवा और साधु-संत जुड़ते गए।ये गुट बजरंग दल में तब्दील हो गया। बाद में अपने काम और समाज में बढती इसकी लोकप्रियता से यह पूरे देश में फैल गया।

बजरंग दल देश भर में लगभग 2,500 अखाड़े चलाता है। एक दावे के मुताबिक बजरंग दल में 1,300,000 सदस्य हैं। इन सदस्यों में 850,000 कार्यकर्ता हैं। बजरंग दल का नारा है, सेवा, सुरक्षा और संस्कृति”. बजरंग दल देशभर में साम्यवाद, मुस्लिम जन सांख्यिकीय विकास और ईसाई धर्म परिवर्तन के साथ-साथ गोवध रोकने के लिए और भारत के “हिन्दू” पहचान की रक्षा करने के लिए जाना जाता है।

Bajrang Dal: बजरंग दल के काम

Bajrang Dal: बजरंग दल का काम आपात काल में सेवा करना और इनके द्वारा जीवों का विशेष ध्यान रखा जाना है। दल की विशेषता है कि यह संगठन हिंसा को बढ़ावा नहीं देता, इनका भाव अहिंसा का होता है।हिंसा करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करता है।

बजरंग दल के काम

बजरंग दल का काम आपात काल में सेवा करना और इनके द्वारा जीवों का विशेष ध्यान रखा जाना है। दल की विशेषता है कि यह संगठन हिंसा को बढ़ावा नहीं देता, इनका भाव अहिंसा का होता है।हिंसा करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करता है।

बजरंग दल को जितना देश की सेवा करने के लिए जाना जाता है। उतना ही इनका नाम विवादों में भी शामिल रहता है।1992 में बाबरी मस्जिद के विध्वंस के बाद राव सरकार द्वारा बजरंग दल पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, लेकिन एक साल बाद प्रतिबंध हटा दिया गया था। इसके अलावा 2002 में गुजरात में मुसलमानों के खिलाफ दंगों में शामिल होने पर भी इसका नाम विवादों से जुड़ा रहा।
संगठन की सबसे ज्यादा चर्चा 14 फरवरी 2011 से, उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में वेलेंटाइन डे मनाने वाले लोगों के खिलाफ हिंसा पर हुई।इस दौरान दल ने कई कपल्स को अपने कान पकड़ने और “वेस्टर्न कल्चर” मनाने के लिए दंडबैठक करने के लिए भी मजबूर किया गया था।

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