बीसीसीआई की क्रिकेट सलाहकार कमेटी (सीएसी) ने पूर्व दिग्गज लेग स्पिनर और भारतीय टीम के कोच अनिल कुंबले को वेस्ट इंडीज दौरे तक के लिए बरकरार रखने का फैसला लिया है। सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण की सदस्यता वाली सीएसी ने कहा कि चैंपियंस ट्रॉफी के बाद टीम के पास पर्याप्त समय नहीं रहेगा कि नया कोच तुरंत टीम को ज्वाइन कर ले और टीम भी नए कोच के साथ एडजस्ट हो जाये। उन्होने कहा कि भारतीय टीम के कोच की नियुक्ति को जल्दबाजी में नहीं किया जा सकता। सीएसी ने इस पेचीदा मामले के समाधान के लिए कुछ और समय मांगा है।
गुरुवार रात को सचिन तेंदुलकर, सौरभ गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण वाली सीएसी ने बीसीसीआई के सीईओ राहुल जोहरी से लंदन के एक होटल में मुलाकात की थी। सीईओ और सीएसी के बीच कोच के मुद्दे पर करीब दो घंटे तक चली इस बैठक के बाद देर रात सीएसी ने बोर्ड को अपनी राय से अवगत कराया और मामले के समाधान के लिए और समय मांगा। माना जा रहा है कि सीएसी के सदस्यों ने कुंबले और कोहली के साथ भी अलग-अलग बात की।
बीसीसीआई प्रेज़ीडेंट सीके खन्ना का कहना है कि चैंपियंस ट्रॉफी चल रही है, तो टीम इंडिया के कोच पर निर्णय लेना अभी सही नहीं होगा। चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल 18 जून को खत्म होगा। वहीं टीम इंडिया 20 जून को वेस्टइंडीज रवाना हो जाएगी। अगर उसी समय सीएसी टीम इंडिया के नए कोच का चुनाव करती है तो उस हिसाब से समय नहीं बचा है कि वह टीम इंडिया को ज्वाइन कर सकें। इसलिए यह बेहतर होगा अगर कुंबले के अनुबंध को एक सीरीज के लिए बढ़ा दिया जाए। वहीं बोर्ड के अधिकारी राजीव शुक्ला ने कहा कि ज्यादातर सदस्यों का मत है कि कोच नियुक्ति के मामले को 26 जून को मुंबई में बोर्ड के विशेष आम सभा (एसजीएम) के सामने रखा जाए और तब तक किसी भी प्रकार की भर्ती न की जाए ।
सीएसी के इस फैसले के बाद भारतीय कप्तान और कोच के बीच चल रही अंदरूनी कलह को टालने में मदद मिल सकती है। गौरतलब है कि चैंपियंस ट्रॉफी से ठीक पहले कोच कुंबले और कप्तान कोहली के बीच अनबन की खबर आई थी। सीएसी के इस फैसले के बाद बीसीसीआई ने कोहली को कुछ दिनों तक ‘एडजस्ट’ करने का इशारा किया है। बता दें कि भारतीय कप्तान विराट कोहली कोच के तौर पर रवि शास्त्री की पैरवी कर रहे हैं।