भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने निर्भया गैंगरेप केस को लेकर केजरीवाल सरकार पर हमला बोला है। मनोज तिवारी ने कहा, 2017 के जुलाई महीने में निर्भया के गुनहगारों को सजा होती है और 2017 से 2019 तक 2 साल में दिल्ली सरकार ने गुनहगारों को इस सजा की सुचना ही नहीं दी। 2 साल तक आम आदमी पार्टी ने जेल प्रशाशन के माध्यम से गुनहगारों को ये सुचना क्यों नहीं दी?
2017 के जुलाई महीने में #Nirbhaya के गुनहगारों को सजा होती है और 2017 से 2019 तक 2 साल में दिल्ली सरकार ने गुनहगारों को इस सजा की सुचना ही नहीं दी। 2 साल तक आम आदमी पार्टी ने जेल प्रशाशन के माध्यम से गुनहगारों को ये सुचना क्यों नहीं दी?: मनोज तिवारी #BJP pic.twitter.com/8HGUJd7DyA
— APN न्यूज़ हिंदी (@apnlivehindi) January 19, 2020
मनोज तिवारी ने कहा,दिल्ली के उप मुख्यमंत्री कहते है कि हमारे पास पुलिस विभाग नहीं है, इसलिए हम ऐसा नहीं कर सके। जेल विभाग राज्य सरकार के अंतर्गत आता है और ये सुचना उन गुनहगारों तक पहुँचाने का काम जेल प्रशासन का है, पुलिस का नहीं।
पूरे देश के राजनीतिक इतिहास में किसी पार्टी के द्वारा इस प्रकार के गुनहगारों की सजा को टलवाने का और फिर उन्हें बचाने का कोई दूसरा उदाहरण नहीं मिलता। इससे पूरा देश स्तब्ध है। इंदिरा जयसिंह के बयान को सुनकर पूरा देश स्तब्ध है। उसके बाद निर्भया की मां का जो स्टेटमेंट आया, उसमें उनके दर्द को हम समझते है।
वहीं भाजपा की राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय ने कहा कि इंदिरा जयसिंह के बयान को सुनकर पूरा देश स्तब्ध है। उसके बाद निर्भया की मां का जो स्टेटमेंट आया, उसमें उनके दर्द को हम समझते है। इंदिरा जयसिंह ने निर्भया की मां से अपील की है कि वो इन दोषियों को माफ़ कर दें। वो एक महिला भी हैं और कानूनी दावंपेंच समझती भी हैं, लेकिन इसके साथ साथ निर्भया की मां का दर्द उन्हें छूता नहीं है। इंदिरा जयसिंह को कहीं न कहीं ये विचार करना चाहिए था कि उस बच्ची की मां से आपको ये अपील करनी भी चाहिए या नहीं।