उत्तर प्रदेश में पहले चरण का चुनाव खत्म हो चुका है और अब नेता दूसरे चरण के चुनाव प्रचार में लगे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी समाजवादी पार्टी को जीताने के लिए काम बोलता है के नारे के भरोसे जनता से वोट मांग रहे हैं। वहीं उनकी विपक्षी पार्टियां यूपी की कानून व्यवस्था और नेताओं की दंबगई पर लगातार सवाल उठा रहीं हैं। सपा सरकार की दंबगई का एक और मामला सामने आया है। यूपी की सुल्तानपुर सदर सीट से विधायक और मुख्यमंत्री अखिलेश के करीबी माने जाने वाले अरूण वर्मा पर गैंगरेप का आरोप लगाने वाली एक महिला की शनिवार को हत्या कर दी गई।  अरुण  सदर विधान सभा सीट से उम्मीदवार भी हैं.

जयसिंहपुर थाना के चोरमा गांव की रहने वाली रोशनी सिंह उर्फ पिंकी की गला रेत कर हत्या कर दी गई है। ग्रामिणों के मुताबिक पिंकी की लाश चोरमा गांव के पंचायत भवन के पीछे संदिग्ध परिस्थिति में मिली। ग्रामिणों ने बताया कि पिंकी सुबह घर से शौच के लिए निकली थी जिसके बाद वह घर लौट कर नहीं आई। गांव में इस तरह से हुई संदिग्ध हत्या से इलाके में सनसनी फैल गई है।

पिंकी की हत्या के पीछे सपा विधायक का हाथ होने का अंदाजा लगाया जा रहा है। दरअसल, पिंकी ने 5 अक्टूबर 2013 को सुल्तानपुर सदर सीट के सपा विधायक अरुण वर्मा और उनके साथियों पर गैंगरेप का आरोप लगाया था। इस मामले में पीड़िता ने एक और आरोप लगाया था कि विधायक उन पर मामला  वापस लेने का दबाव भी बना रहे थे। लगातार मिल रहीं धमकियों से परेशान पिंकी ने हाईकोर्ट का सहारा लिया था लेकिन अखिलेश के करीबी होने की वजह से अरूण वर्मा जेल जाले से बच गए थे। हालांकि उसके बाद हाईकोर्ट ने इस प्रकरण को जल्द निपटाने के आदेश दिए थे लेकिन अब पिंकी की अचानक हुई हत्या से मामला ज्यादा पेचीदा  हो गया है। पुलिस जल्द से जल्द इस हत्याकांड की गुथ्थी सुलझाने की कोशिश कर रही है |

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