जय हनुमान ज्ञान गुन सागर । जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ।।

राम दूत अतुलित बल धामा । अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा ।।

हनुमान चालीसा के ये शुरुआती शब्द ही अंजनि पुत्र के बारे में जानने के लिए काफी है। हालांकि महाबली हनुमान जी को जानना किसी के भी बस की बात नहीं है क्योंकि उनकी महिमा अपरंपार है। आज बजरंगी बली के भक्तों के लिए बड़ा दिन है क्योंकि शनिवार के दिन ही हनुमान जयंती पूरे भारतवर्ष में मनाया जा रहा है। दरअसल, चैत्र माह की पूर्णिमा को ही हनुमान जी का जन्म होने के कारण इसी दिन श्री हनुमान जयंती मनाते हैं।  इस साल हनुमान जयंती के दिन उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र का प्रभाव रहेगा, जिसके स्वामी सूर्य नारायण हैं। 18  मार्च से हिंदू नववर्ष का आरंभ हुआ है, जिसके राजा सूर्य और मंत्री उनके पुत्र शनि हैं। 2018  में शनिवार के दिन हनुमान जयंती आने से इसके प्रभाव में वृद्धि हुई है। वर्तमान समय में शनि धनु राशि में और मंगल मकर राशि में वास कर रहे हैं। हनुमान जयंती के शुभ अवसर पर शनि-मंगल का ये योग 30 वर्ष उपरांत बना है।

आईए हम आपको देश के 10 सबसे बड़े और अद्भुत हनुमान मंदिरों के दर्शऩ कराते हैं जिनके बारे में जानकर आप भी भक्तिविभोर हो जाएंगे।Bade Hanuman ji, Allahabad

  1. बड़े हनुमान मंदिर, इलाहाबाद:- प्रयाग की नगरी सिर्फ संगम और कुंभ के वजह से ही नहीं विख्यात है बल्कि यहां एक ऐसे दिव्य शक्ति का भी वास है जिनसे भूत-पिशाच भी कांपते हैं। प्रयाग की इस पावन धरती पर हनुमान जी ध्यान के मुद्रा में हैं। यहां उनकी मूर्ति लेटे हुए है। पूरे विश्व में एकमात्र यही मंदिर है जहां हनुमान जी की विश्राम मुद्रा में मूर्ति है। यहां हर साल बाढ़ के समय गंगा जी हनुमान जी के चरण को स्पृश करके वापस लौट जाती हैं।संकटमोचन-मंदिर
  2. संकटमोचन मंदिर, बनारस:– काशी की नगरी आध्यात्म के लिए ही जानी जाती है। यहां की गंगा आरती विश्व प्रसिद्ध है। पीएम मोदी भी दूसरे देशों के राष्ट्राध्यक्षों को यहां की भव्यता और शांति से अवगत कराने ले आते हैं। लेकिन यहां एक ऐसे भक्त के भी पद्चिन्ह हैं जिनकी भक्ति की शक्ति लोग युगों-युगों तक याद रखेंगे। जी हां, यहां पवनसुत हनुमान जी का मंदिर है जिन्होंने रामभक्ति में अपना पूरा जीवन न्यौछावर कर दिया था। माना जाता है कि हनुमान जी के इस मंदिर का निर्माण गोस्वामी तुलसीदास जी ने कराया था। कहते हैं तुलसीदास जी ने रामचरितमानस का कुछ अंश संकटमोचन मंदिर के पास विशाल पीपल के पेड़े के नीचे बैठकर लिखा था।हनुमान-धारा
  3. हनुमान धारा, सीतापुर:- सीतापुर के नाम में ही जब मां सीता का नाम जुड़ गया है तो यहां उनके परम् भक्त और पुत्र महाबली हनुमान न हों ऐसा हो ही नहीं सकता। उत्तरप्रदेश के सीतापुर जिले से तीन मील की दूरी पर स्थित है हनुमान धारा मंदिर। यह मंदिर पहाड़ों के बीच स्थित है, जहां हनुमानजी की विशाल मूर्ति के सिर पर जल के 2 कुंड हैं, जिनसे हमेशा पानी बहता रहता है। इस धारा का जल हनुमानजी को स्पर्श करता हुआ बहता है। इसीलिए इसे हनुमान धारा कहते हैं।हनुमान-गढ़ी
  4. हनुमान गढ़ी, अयोध्या:- पार न लगोगे श्री राम के बिना, राम न मिलेंगे हनुमान के बिना…। ऐसे में यह कैसे हो सकता है कि श्रीराम की नगरी अयोध्या में उनके परम् भक्त हनुमान न हों। हनुमान जी को समर्पित इस मंदिर को हनुमान जी का घर भी कहा जाता है। यह मंदिर अयोध्‍या में एक टीले पर स्थित है और यहां तक पहुंचने के लिए करीब 76 सीढि़यां चढ़नी पड़ती हैं। हनुमान गढ़ी, वास्‍तव में एक गुफा मंदिर है जहां मां अंजनी और बाल हनुमान की मूर्ति है जिसमें हनुमान जी, अपनी मां अंजनी की गोदी में बालक रूप में लेटे है।उल्टे-हनुमान
  5. उल्टे हनुमानजी मंदिर, इंदौर:- यहां बजरंग बली की मूर्ति उल्टी दिखाई देती है। यह देखने और सुनने में जितना अजीबोगरीब है उतनी ही वास्तविक भी। भारत की धार्मिक नगरी उज्जैन से केवल 30 किमी दूर स्थित, यह धार्मिक स्‍थल जहां भगवान हनुमान जी की उल्टे रूप में पूजा की जाती है। मंदिर में भगवान हनुमान की उल्टे मुख वाली सिंदूर से सजी मूर्ति विराजमान है।सालासार-हनुमान
  6. सालासार बालाजी, राजस्थान:- राजस्थान के चूरू जिले के सालासर गांव में है हनुमान जी का यह प्रसिद्ध मंदिर जिसे सालासर वाले बालाजी के नाम से जाना जाता है। हनुमानजी की यह प्रतिमा दाड़ी-मूंछ से सुशोभित है। माना जाता है कि हनुमान जी की यह प्रतिमा एक किसान को जमीन जोतते समय मिली थी।कष्टभंजन-मंदिर
  7. कष्टभंजन हनुमान मंदिर, सारंगपुर:- गुजरात के सारंगपुर स्थित यह मंदिर भारत के प्रमुख हनुमान मंदिरों में माना जाता है। इस मंदिर में हनुमान जी का कष्टभंजन रूप में विग्रह स्थापित है। यह मंदिर स्वामीनारायण सम्प्रदाय का एकमात्र हनुमान मंदिर है।यंत्रोद्धारक-हनुमान-मंदिर
  8. यंत्रोद्धारक हनुमान मंदिर, हंपी, कर्नाटक बेल्लारी जिले के हंपी के मंदिर में प्रतिष्ठित हनुमानजी को यंत्रोद्धारक हनुमान कहा जाता है. विद्वानों के मतानुसार यही क्षेत्र प्राचीन किष्किंधा नगरी है. वाल्मीकि रामायण व रामचरित मानस में इस स्थान का वर्णन मिलता है।पंचमुखी
  9. पंचमुखी आंजनेयर हनुमान– तमिलनाडू के कुम्बकोनम नामक स्थान पर श्री पंचमुखी आंजनेयर स्वामी यानी हनुमान जी का प्रसिद्ध मंदिर है। यहां श्री हनुमान का विग्रह पंचमुखी रूप में स्थापित है।महावीर-मंदिर
  10. महावीर मंदिर, पटना– बिहार की राजधानी पटना स्थित, भगवान हनुमान को समर्पित यह मंदिर देश के प्रसिद्ध और पवित्र मंदिरों में से एक है। लाखों तीर्थयात्री हर साल यहां आते हैं। उत्तर भारत में सबसे अधिक दर्शन किए जाने वाले मंदिरों में माता वैष्णों देवी के बाद यह महावीर मंदिर दूसरे स्थान पर है।

~देव कुमार गुप्ता

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