सर्दियां शुरू हो गई हैं। रात और सुबह के समय ठंड ने लोगों को कपाना शुरू कर दिया है। यह मौसम अच्छे-अच्छे पकवान खाने और हिल स्टेशन पर छुट्टिया बिताने का है। साथ ही बीमारियों का खतरा भी बना रहता है। इन बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है। इलाज एक है खुद को गर्म रखें।

इस मौसम में अस्थ्मा और जोड़ों का दर्द झेलनेवाले मरीजों के लिए मुश्किले बढ़ जाती हैं। बुजुर्ग और बच्चों पर खासा ध्यान देना होता है। सर्दियों में तुलसी, काढ़ा, हल्दी का दूध उपयोगकारी माना जाता है।

sardi jukam

सर्दियों में ये आठ मुश्किले हो सकती हैं। इनसे बचने के यहां पर हम आप को कुछ उपाए बता रहे हैं।

  • कब्ज

सर्दियों के मौसम में कब्ज की समस्या बढ़ जाती है। तापमान कम होने के कारण इंसानी पाचन तंत्र धीमा हो जाता है। इस समस्या से बचने के लिए पानी जमकर पीना चाहिए।

सर्दियों के मौसम में ज्यादा ठंडा खाने से बचना चाहिए और खाने के बाद वॉक जरूर करनी चाहिए। शरीर को गर्म बनाए रखने के लिए काली मिर्च और लौंग भी लेते रहें।

  • माइग्रेन

इस मौसम में कई लोगों को ठंडी हवा के कारण सर में दर्द होता है। ये आसानी से जाता नहीं है। इससे बचने के लिए दूध में जायफल घीसकर माथे पर इसका लेप लगाए। इस इलाज से जल्दी राहत मिलती है।

सर्दियों में जुकाम बहुत आम है, ऐसे में माइग्रेन के पीड़ितों की दिक्कतें इस मौसम में और भी बढ़ जाती हैं। इससे बचने के लिए काढ़ा और डॉक्टर की सलाह पर एंटी एलर्जिक दवाएं लेते रहें।

  • अस्थमा के पीड़ित ज्यादा सावधानियां बरतें

कफ अधि‍क जमा हो जाने से अस्थमा पीड़ितों की मुश्किलें और भी बढ़ जाती हैं। अजवायन के साथ छोटी पीपर और पोस्तदाना का काढ़ा बनाकर पीने से तुरंत आराम मिलता है। अदरक और सूखे अदरक भी अस्थमा के पीड़ितों के लिए बहुत कारगर है। खाने और चाय में अदरक का इस्तेमाल करें। सूखे अदरक को शहद के साथ लें।

  • जोड़ों का दर्द
body pain

सर्दियों के मौसम में अक्सर जोड़ों के दर्द की शिकायत रहती है। सरसों के तेल में 3-4 लहसुन की कली डालकर पका लें और ठंडा होने पर इससे मालिश करें। इस तेल की मालिश से जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है और गर्माहट बनी रहती है।

  • ड्राई स्किन

सर्दी में त्वचा के साथ-साथ होंठों का फटना आम बात है। फटे होंठों पर कोकम का तेल लगाने से काफी फायदा होता है। इससे होंठों की त्वचा नर्म और मुलायम हो जाती है।

सर्द मौसम में एड़िया फटने की समस्या भी बहुत होती है, जिसे बिवाइयां फटना कहते हैं। ऐसा होने पर एड़ियों पर प्याज का पेस्ट या फिर मोम लगाने से आराम मिलेगा।

  • खांसी और बलगम

मौसम ठंडा होने के कारण छाती में कफ जम जाता है। इस कारण सांस लेने में परेशानी होती है। इसको खत्म करने के लिए अंजीर को नीयमति रूप से खाएं। ससे बलगम निकलेगा और खांसी से राहत मिलेगी। शरीर को गर्म रखकर भी ऐसी समस्याओं से बचा जा सकता है। इसके लिए आप हल्दी युक्त गर्म दूध भी ले सकते हैं।

  • बुखार

सर्दी अधि‍क लग जाने पर बुखार आना भी आम है। इससे बचने के लिए दिन में तीन बार अजवाइन के चूर्ण लेना फायदेमंद होता है। तुलसी युक्त काढ़ा भी इसके रोकथाम में बहुत कारगर है।

ध्यान रहे सर्दियों में खुद का खासा ख्याल रखना होता हैै। इस दौरान गर्म कपड़े पहने, खाने में गर्म चीजों का एड करें, बाइक चलाने वाले व्यक्ति ग्लव्स और जूतेे पहनें साथ ही इस मौसम में मास्क लगाना न भूलें। ठंडे पानी को अलविदा कहें सर्दियों में गर्म पानी ही पीएं।

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