उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपनी ‘ड्रीम टीम’ तैयार कर ली है। योगी आदित्यनाथ की ड्रीम टीम में यूपी के लगभग 18 जिलों के डीएम को जगह मिली है। बताया जा रहा है कि 20 अप्रैल को विभागों के प्रजेंटेशन खत्म होते ही यूपी में बड़े तौर पर आइएएस और आइपीएस अफसरों का तबादला हो जाएगा। योगी के सामने 29 आइएएस अफसरों को बदलने के लिए फाइलें रखी गई थीं। इन अफसरों को मसूरी ट्रेनिंग के लिए जाना था लेकिन योगी ने 11 अधिकारियों को छोड़ दिया है।
कहा जा रहा है कि जिन अफसरों पर योगी आदित्यनाथ ने भरोसा नहीं जताया है उन्हें ट्रेनिंग पर भेज दिया गया है। योगी आदित्यनाथ की टीम में जगह नहीं बना पाने वाले डीएम की लिस्ट में 11 नाम हैं। इनमें से प्रांजल यादव भी है, प्रांजल ने पिछले लोकसभा के चुनावों के दौरान वाराणसी में पीएम मोदी की रैली नहीं होने दी थी। जी एस नवीन कुमार को भी ट्रेनिंग के लिए भेज दिया गया है। यह दोनो ही यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव के खास माने जाते हैं। इनके साथ ही आजमगढ़ के डीएम सुहास एल वाई को भी ट्रेनिंग पर भेजा जाएगा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी के डीएम योगेश्वर राम मिश्रा को अपनी ड्रीम टीम में शामिल किया है। रायबरेली के डीएम अनुज झा और फर्रुखाबाद के डीएम प्रकाश बिंदु भी टीम का हिस्सा होंगे। कानपुर देहात के डीएम रविकांत सिंह, फैज़ाबाद के डीएम विवेक और अलीगढ़ के डीएम ऋषिकेश भास्कर यसोध भी ड्रीम टीम का हिस्सा होंगे। इसी के साथ सीतापुर के डीएम अमृत त्रिपाठी, बस्ती के डीएम प्रभु नारायण सिंह, मुरादाबाद के डीएम जुहैर बीन सगीर और चर्चित IAS अधिकारी किंजल सिंह भी ड्रीम टीम में शामिल होंगे।
29 जिलों के डीएम की फाइलें मिलने के बाद सीएम योगी ने इनके कामकाज का ब्यौरा लेने के साथ यह भी जाना कि इन पर किस तरह के आरोप लगे हैं। फाइलों को देखने के बाद 11 आइएएस सहित कुल 27 अधिकारियों को ट्रेनिंग के लिए भेज दिया गया है। अधिकारी 10 अप्रैल से 5 मई तक मसूरी के लाल बहादुर शास्त्री एकेडमी में प्रशिक्षण लेंगे।