भारत में पिछले 24 घंटे के भीतर 3 लाख से अधिक कोरोना के नए मरीज सामने आए हैं। वहीं 2 हजार से अधिक लोगों की जान चली गई है। कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण अस्पतालों में बेड की कमी पड़ गई है। कोरोना वायरस का दूसरा वेरियंट इतना खतरनाक है कि, अधिकतर संक्रमितों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। यही मुख्य कारण है जिससे देश में ऑक्सीजन की कमी पड़ गई है। ऑक्सीजन की कम मात्रा ने लोगों को मौत के मुह में धकेल दिया है। भारत में हालात इतना नाजुक है कि, सुबह से ही ट्विटर पर #IndianLivesMatter और #WeCantBreathe ट्रेंड हो रहा है।

दरअसल जानकारों का कहना है कि, ऑक्सीजन सिलेंडर को कुछ लोग जमा कर रहे हैं जिसके कारण इसकी खासा कमी देखी जा रही है। इस बात को मद्दे नजर रखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा है कि, बहुत गंभीर स्थिति को छोड़कर किसी को भी निजी तौर पर ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं की जाएगी। यह सिर्फ संस्था को ही दी जाएगी। गंभीर स्थिति में निजी तौर ऑक्सीजन देना भी पड़े तो संबंधित व्यक्ति से डॉक्टर का प्रिस्क्रिप्शन और आधार कार्ड लेकर डिटेल नोट करना होगी। इसके अलावा ऑक्सीजन रीफिलिंग सेंटर पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम करने का भी निर्देश दिया गया है।

कोरोना की दूसरी लहर उत्तर प्रदेश पर भारी पड़ रही है। अभी 2.42 लाख से ज्यादा ऐसे मरीज हैं, जिनका इलाज चल रहा है। बीते 24 घंटे में रिकॉर्ड 33,106 संक्रमित मिले और 187 की मौत हुई। इसके बाद मौत का आंकड़ा 10 हजार को पार कर गया है। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और उनकी पत्नी भी संक्रमित हो गई हैं।

बता दें कि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ये फैसला ऐसे वक्त पर आया है जब मरीज के परीजन ऑक्सीजन सेंटर के बाहर सिलेंडर लेकर खड़े हैं। वहीं अस्पताल के डॉक्टर परीजनों को जबरन सिलेंडर भरने के लिए सेंटर पर भेज रहे हैं। कई ऐसी भी तस्वीर सामने आई है जहां पर मरजी ऑक्सीजन की कमी के कारण दम तोड़ रहे हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here