उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘बीफ फेस्ट’ के आयोजन पर सवाल उठाया है। योगी ने कहा कि दिल्ली यूनिवर्सिटी और जेएनयू की घटनाओं पर बोलने वाले अब इस घटना पर मौन क्यों हैं? योगी ने यह बात बीजेपी के सहयोगी संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की ओर से आयोजित अभिनन्दन समारोह कार्यक्रम के दौरान कही है। योगी ने एबीवीपी की तारीफ करते हुए कहा कि” देश में हर षड्यंत्र पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् मुखर होकर सामने आती रही है। राष्ट्रवाद इस देश की मूल परंपरा रही है और एबीवीपी इसे शुरू से ही अपना रही है। ”
आपको बता दें कि हाल ही केंद्र सरकार ने बूचड़खानों के लिए पशुओं की बिक्री पर रोक लगा दी है और इसी के विरोध में कल आईआईटी मद्रास के कैंपस में बीफ फेस्ट का आयोजन किया गया जिसमें करीब 50 छात्रों ने हिस्सा लिया था। क्योंकि लोगों का मानना है कि इस तरह सरकार अप्रत्यक्ष रूप से ‘बीफ बैन’ ही कर रही है। इतना ही नहीं इसके विरोध में केरल में युवा कांग्रेस के एक कार्यकर्ता और उसके साथियों ने कन्नूर में कथित रूप से सार्वजनिक तौर पर एक बछड़े का वध कर दिया था। जिसके बाद केरल पुलिस ने युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया है।
पूरे देश में रह-रह कर बीफ बैन पर संग्राम छिड़ता दिखा है। केंद्र ने तो इसे अब बैन किया है पर योगी सरकार ने तो यूपी में सत्ता सँभालते ही बीफ बैन कर दिया था। फिलहाल विरोधी भी इस पर चुप बैठे हैं और युवा कांग्रेस के द्वारा गौ वध किये जाने वाली घटना का राहुल गांधी तक ने विरोध किया है।