बीते दिनों सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल इतनी तेजी से बढ़ा है कि ये अब जानलेवा साबित हो गया है।  सोशल मीडिया और मैसेजिंग ऍप्स का इस्तेमाल अफवाह फैलाने में किया जाने लगा था।  कुछ दिनों पहले बच्चा चोरी की अफवाह पर भीड़ ने कई लोगों की जान ले ली। बच्चा चोरी की ये अफवाह Whatsapp के जरिये फैलाई गई थी। इस तरह के संवेदनशील मामलों को देखते हुए व्हाट्सएप्प ने एक अहम कदम उठाया है।  इन अफवाहों की वजह से फ़ैल रही हिंसा के मद्देनजर Whatsapp ने फेक न्यूज के खिलाफ मुहिम शुरू की है। इसके लिए कंपनी ने अखबारों में विज्ञापन भी निकाला है जिसमें व्हाट्सएप पर मिले मैसेज को जांचने के टिप्स दिए गए हैं।

मैसेजिंग एप ने अखबारों में विज्ञापन देकर लोगों से अपील की है कि कोई भी संदेश बिना सोचे समझे नहीं बढ़ाएं जिससे किसी को तकलीफ हो सकती है। तकनीकी रूप से व्हाट्सएप्प क्या बदलाव करने जा रहा है इसकी अभी जानकारी नहीं है लेकिन व्हाट्सएप्प की तरफ से कहा गया है कि इस हफ्ते से वो एक नया फीचर ला रहा है जिससे आपको पता चलेगा कि कौन सा मैसेज फॉरवर्ड किया गया है।

व्हाट्सएप ने अपने यूजर्स से कहा है कि वो मैसेज को फॉरवर्ड करने से पहले जांच लें। इसके साथ ही प्राप्त फोटो को भी अच्छे से पढ़ लें और अगर मैसेज में कोई लिंक है तो ये देख लें कि वो भरोसेलायक है या नहीं। व्हाट्सएप ने यूजर्स से गुजारिश करते हुए कहा कि फेक न्यूज अक्सर वायरल हो जाती है, ऐसे में मैसेज की सच्चाई जरूर जान लें।

                                                                                                            ब्यूरो रिपोर्ट, एपीएन

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here