देशभर में 18 से अधिक उम्र वालों का टीकाकरण चल रहा है। वैक्सीन सेंटर पर लंबी लाइन लगी है। यूपी सरकार युद्ध स्तर पर टीकाकरण जिलों में चला रही है। वहीं उत्तर प्रदेश के बारहबंकी से चौंकाने वाला मामला सामने आया है। रामनगर के सिसौदा गांव में मेडिकल टीम वैक्सीन लगाने के लिए पुहंची थी जिसे देखकर कुछ ग्रामीण सरयू नदी में कूद गए। ये मंजर देखकर अधिकारियों का हाथपैर फूल गया।

एसडीएम रामनगर राजीव शुक्ला गांव में चल रहे टीकाकरण का जायजा लेने पहुंचे तो उन्हें देखकर सरयू नदी के किनारे मौजूद लोग समझाने के बावजूद नदी में कूद गए। वो वैक्सीन नहीं लगवाना चाहते थे। बता दें कि, कोरोना के नए-नए रुप को देखकर आम जनता खौफ में है।

मौके पर पहुंचे एसडीएम ने नदी में कूदे लोगों को बुलाकर समझाया। इसके बावजूद सिर्फ 14 लोगों ने ही टीका लगवाया। बता दें कि गांव में तेजी से फैल रहे संक्रमण के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम शनिवार को टीका लगाने पहुंची थी। गौरतलब है कि, वैक्सीन को लेकर कई तरह की अफवाह है जैसे कि, लोगों के शरीर का खून जम रहा है। व्यक्ति मर जाता है। यही कारण है कि ग्रामीण वैक्सीन से दूर भाग रहे हैं।

घटना को विस्तार में बताते हुए एसडीएम राजीव शुक्ला का कहना है कि मैं ग्रामीणों को समझाने गया था लेकिन वे लोग नदी में कूद गए। फिर उन्हें समझाया गया, जिसके बाद भी सिर्फ 14 लोग वैक्सीन लगवाने को तैयार हुए।

बता दें कि, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि, राज्य में युद्ध स्तर वैक्सीनेशन चलाया जाए। सीएम के निर्देश को ध्यान में रखते हुए मेडिकल की टीम गांव –गांव जाकर वैक्सीन लगा रही है। वैक्सीनेशन के लिए पहले 25 जिलों को ही सूचि में शामिल किया गया था लेकिन अब 75 जिले शामिल हो गए हैं। 10-15 साल के उम्र वाले बच्चों के माता-पिता को प्राथमिक तौर पर वैक्सीन लगाई जाएगी क्योंकि, कोरोना की तीसरी लहर बच्चों को अपना शिकार बना सकती है।

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