अमेरिकी रक्षा मंत्री जिम मैटिस आज से भारत दौरे पर हैं। मैटिस के भारत दौरे से कयास लगाए जा रहे हैं कि भारत और अमेरिका के बीच अहम रक्षा समझौते होंगे। भारत की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण भी बातचीत होगी।
बता दें कि ट्रंप के के राष्ट्रपति बनने के बाद यह पहला मौका है कि अमेरिका का कोई मंत्री भारत आ रहा है। दौरे से पहले मैटिस ने एक बयान में कहा है कि दूसरों की कीमत पर भारत के साथ रणनीतिक संबंध मजबूत नहीं किया जा रहा है। मैटिस ने सोमवार को कहा, “भारत के साथ जो संबंध हम बना रहे हैं वह दूसरे देशों के लिए अपवाद नहीं है। आज के आतंकवाद विरोधी युग में दूसरे देश में हस्तक्षेप नहीं करने के पारंपरिक नियम से बंधा कोई भी राष्ट्र इस संबंध को किसी भी प्रकार से विपरीत नहीं पाएगा।”
इतना ही नहीं अफगानिस्तान में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में समर्थ देने के लिए उन्होंने भारत की सराहना की है। इसके अलावा उन्होंने अफगानिस्तान में बुनियादी ढांचा निर्माण में लाखों डॉलर का योगदान और अफगान अधिकारियों को प्रशिक्षण देने के लिए भी भारत की सराहना की।
उम्मीद है कि इस मुलाकात में दोनों देशों के सैन्य संबंधों को बढ़ाने के बारे में बातचीत होगी। मैटिस से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी मुलाकत करेंगे। अमेरिकी रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस के भारत दौरे से अहम रक्षा समझौते पर मुहर लग सकती है। मैटिस और सीतारमण अमेरिका की नई अफगान नीति और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती आक्रमकता के बीच क्षेत्र के घटनाक्रमों पर चर्चा कर सकते हैं। इसके अलावा फाइटर जेट एफ-16, ड्रोन डील के अलावा अफगानिस्तान को लेकर सुरक्षा की साझा चिंताओं का मुद्दे पर चर्चा होगी।