विपक्ष के कुछ नेताओं की ओर से राहुल गांधी का नाम विपक्ष के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार घोषित किए जाने पर तृणमूल कांग्रेस ने असहमति जताई है। तृणमूल कांग्रेस का ये बयान डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन के बयान के बाद आया है।
डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन ने रविवार को राहुल गांधी को 2019 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष के प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने के लिए उनका पुरजोर समर्थन करते हुये कहा था कि गांधी वंशज में फासीवादी नरेन्द्र मोदी सरकार को हराने की क्षमता है।
जिसके बाद तृणमूल कांग्रेस का कहना है कि इस तरह का बयान अपरिपक्व है, लोक सभा चुनाव परिणाम के बाद विपक्षी पार्टियों द्वारा चर्चा के बाद ही प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के नाम पर फैसला लिया जाना चाहिए। किसी भी तरह के एकपक्षीय फैसले से गलत संदेश जाएगा।
उधर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के एक शीर्ष नेता ने भी कहा कि पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव से पहले प्रस्तावित भाजपा विरोधी मोर्चे के लिए प्रधानमंत्री पद का दावेदार तय करने के पक्ष में नहीं है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का तर्क है कि कई उम्मीदवार होने से चुनावी संभावनाओं पर बुरा असर हो सकता है।
वहीं मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के लिए नामित कमलनाथ ने कहा है ”मुझे यकीन नहीं है कि लोगों को कोई समस्या होगी। राहुल गांधी ने कभी नहीं कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री पद चाहिए। इसके बारे में बिना कोई शर्त के साथ सभी साथी दलों से चर्चा की जाएगी और कांग्रेस उसी फैसले के साथ जाएगी।’