जयललिता की मौत की बाद तमिलमाडु की राजनीति में अचानक ऐसा उछाल आया कि सालों संजोयी हुई अम्मा की पार्टी एआईएडीएमके दो गुटों में बंट गई। दोनों ही गुट अम्मा के करीबी हैं, एक उनकी प्रिय मित्र शशिकला तो दूसरे उनके दाएं हाथ माने जाने वाले ओ. पनीरसेल्वम। अम्मा की मौत के बाद उनके दोनों करीबियों में दूरियां कुछ ज्यादा ही बढ़ गई थी। हालांकि ताजा ख़बरों के अनुसार अब ये दूरियां कम होती नजर आ रही है, क्योंकि बीते सोमवार की रात  पन्नीरसेल्वम और पलानीस्वामी गुटों के विलय को लेकर 25 मंत्रियों ने आपात बैठक की। यह बैठक बिजली मंत्री के. थंगामणि के आधिकारिक आवास पर हुई।  बैठक में दोनों धड़ों के विलय संबंधित प्रस्ताव का स्वागत किया गया। वहीं एआईएडीएमके ने मंगलवार को अपने सभी विधायकों की चेन्नई में बैठक बुलाई है।

1803आज होने वाली इस बैठक से कयास लगाए जा रहे है कि इसमें शशिकला और पनीरसेल्वम के गुटों के विलय पर चर्चा हो सकती है। आपकों बता दें कि इससे पहले भी मौजूदा तमिलनाडु सरकार के कुछ मंत्रियों ने पूर्व मुख्यमंत्री ओ. पनीरसेल्वम से मुलाकात की थी। एआईएडीएमके (अम्मा) के वरिष्ठ नेता व लोकसभा के डिप्टी स्पीकर एम थंबीदुरई ने बताया कि ओ. पनीरसेल्वम और दिनाकरण धड़ा आपस में बातचीत के लिए तैयार है और वे विलय का रास्ता साफ करना चाहते है।

थंबीदुरई के अनुसार उनका कहना था कि हम बातचीत करने के लिए तैयार है। पार्टी में किसी तरह का मतभेद और कोई फूट नहीं है और अगर कुछ मतभेद होंगे भी तो हम उसे दूर करके विलय का रास्ता बिल्कुल साफ करेंगे। उन्होंने बताया कि लोकतंत्र में मतभेद हो सकते है लेकिन उन्हें दूर करना ही बेहतर है।

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