बिहार सरकार में मंत्री और लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव सहित लालू परिवार की मुश्किलें बढ़ सकती है मिट्टी घोटाले के विपक्ष द्वारा लगाये गए आरोप के मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने जांच के आदेश दिए हैं। बुधवार को मुख्य सचिव अंजनी सिंह ने वन एवं पर्यावरण विभाग के अधिकारियों से पूरी रिपोर्ट की मांग की है। जिसमें टेंडर की प्रक्रिया से लेकर आवंटन तक की जानकारी शामिल है। यानि अब पूरे मामले की तहकीकात की जाएगी। आदेश के बाद राजनीतिक गलियारों में महागठबंधन के भविष्य को लेकर चर्चा का बाज़ार गर्म है। आशंका जताई जा रही है कि नीतीश सरकार के इस कदम से बिहार की महागठबंधन सरकार में शामिल आरजेडी और जेडीयू के बीच कड़वाहट बढ़ सकती है। अब देखना है यह दोस्ती रहेगी या मिट्टी घोटाले की आंच से टूटेगी?

The impact of the Twitter bomb on Lalu, the soil scam, will be investigatedसुशील कुमार मोदी ने इस मामले में जमकर ट्विटर बम गिराया और लालू प्रसाद यादव पर एक के बाद एक कई वार किए। उनका कहना है कि पिता यानि लालू प्रसाद यादव ने चारा घोटाला किया और बेटों ने मिट्टी घोटाला।

मोदी के कुछ ट्वीट-

क्या था पूरा मामला-

दरअसल, एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सुशील कुमार मोदी ने आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद परिवार पर मिट्टी घोटाले का आरोप लगाया था। उनका कहना था कि राजधानी पटना में लालू परिवार द्वारा बनाये जा रहे सबसे बड़े मॉल की खुदाई के दौरान निकली मिट्टी को बिना टेंडर के बेच दिया गया है और संजय गांधी जैविक उद्दान में जो मिट्टी भरायी हो रही है उसको उसी मॉल से निकाल कर लाया जा रहा है। इस कंपनी में लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव  जो कि राज्य के पर्यावरण एवं वन मंत्री हैं, छोटे बेटे एवं उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और उनकी पुत्री चंदा यादव डायरेक्टर हैं।

सुशील मोदी का आरोप है कि जो मिट्टी 90 लाख में बेची गई है, उसका पूरा फायदा लालू परिवार को हुआ है।

बता दें कि इस मुद्दे पर सियासत इतनी गर्म हो गई कि लालू प्रसाद यादव ने कहा कि वह सुशील कुमार मोदी पर मानहानि का केस करेंगे मगर इस पर सुशील ने ट्वीट करते हुए कहा कि वह मानहानि के मुकद्दमे से नहीं डरते हैं।

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