उत्तर प्रदेश: उन्नाव के एक झोलाछाप ने पैसे बनाने के लिए चक्कर में 20 लोगों की जिंदगी को खतरे में डाल दिया है। उन्नाव जिले के बांगरमऊ तहसील में एक झोलाछाप पिछले कुछ महीनों से साइकिल पर घूमकर लोगों का इलाज कर रहा है। इलाज के लिए बार-बार एक ही इंजेक्शन का इस्तेमाल करने से 20 लोग एचआईवी संक्रमित हो गए हैं।

20 कथित एचआईवी संक्रमित

बताया जा रहा है कि झोलाछाप ने इंजेक्शन किसी एचआईवी ग्रसित को लगा दिया था, जिसके बाद इंजेक्शन की सुई भी एचआईवी ग्रसित हो गई थी। इलाज के लिए बार-बार एक ही इंजेक्शन का इस्तेमाल करने से बांगरमऊ तहसील में अब तक 20 लोगों में एचआईवी की पुष्टि की जा चुकी है जबकि कई लोग ऐसे भी है, जिनमें एचआईवी के लक्षण देखने को मिल रहे हैं।

इस बीमारी का खुलासा तब हुआ, जब नवंबर 2017 में एक एनजीओ ने बांगरमऊ तहसील के कुछ गांवों में हेल्थ कैंप लगाया था। इस जांच के दौरान गांव के कुछ लोगों में एचआईवी के लक्षण पाए गए। इन पीड़ितों को इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया था। लेकिन जब इसकी सूचना जिले के वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंची, तब उन्होंने जनवरी माह में बांगरमऊ में अलग-अलग तीन स्वास्थ्य शिविर लगवाए।

एचआईवी मरीजों में बच्चें भी शामिल

जनवरी में लगे इस शिविर में 500 से ज्यादा लोगों ने हेल्थ चेक अप करवाया था, जिसमें से 40 लोगों में एचआईवी के लक्षण पाए गए। जब इसकी गहनता से जांच की गई, तब चौकाने वाला खुलासा हुआ। रिपोर्ट में सामने आया कि जिन लोगों में एचआईवी के लक्षण पाए जा रहे हैं, वे सभी इन्फेक्शन से ग्रसित है। बता दे, अब तक 20 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है, संक्रमित मरीजो में चार-पांच बच्चे भी शामिल हैं।

रिपोर्ट दर्ज

गांव के लोगों में लगातार एचआईवी के लक्षण मिलने के बाद जिला अस्पताल के वरिष्ठ अधिकारियों ने सख्त जांच के आदेश दिए। संक्रमित लोगों से बात करने के बाद झोलाछाप की बात खुलकर सामने आई, जिसके बाद सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. प्रमोद कुमार दोहरे ने 30 जनवरी को बांगरमऊ थाने में आरोपी झोलाछाप के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई।

इंस्पेक्टर अरुण कुमार सिंह ने बताया, कि मामले की जांच की जा रही है और आरोपी की तलाश की जा रही है। पीड़ितों के बयान के आधार पर ही आरोपी की पहचान कर गिरफ्तारी की जाएगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here