राजस्थान की 25 साल की तनुश्री पारीक सीमा सुरक्षा बल(बीएसएफ) की पहली महिला असिस्टेंट कमांडेंट बनी हैं। बीएसएफ अकादमी में शनिवार को हुए सहायक कमांडेंट दीक्षांत समारोह में तनुश्री अधिकारी बनी, उन्होंने परेड का नेतृत्व भी किया। इस समारेह में गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद थे। तनुश्री की पोस्टिंग पंजाब में होगी, जहां वो इंडिया–पाकिस्तान बॉर्डर पर एक यूनिट को कमांड करेंगी।
वे बीकानेर के बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ अभियान की ब्रांड अंबेस्डर भी हैं। उन्होंने कहा वे पूरी शिद्दत के साथ देश सेवा के लिए तत्पर रहेंगी।
तनुश्री पारीक ने कहा, ‘मैं जब चार साल की थीं, बीकानेर में बॉर्डर फिल्म की शूटिंग हो रही थी। इसमें बीएसएफ का अहम रोल था। पापा शूटिंग के फोटो दिखाकर इन्स्पायर करते। बस वहीं से ठान लिया था कि वर्दी वाली सर्विस में ही जाना है।’ उन्होंने बताया ‘बीकानेर में बीएसएफ के कामकाज के तरीके को देखा। तब समझ में आया कि आर्मी की तरह ये ऐसी फोर्स है जो 24 घंटे देश की बॉर्डर को महफूज रखती है।’
तनुश्री पारीक का कहना है ‘मेरा फोर्स में जाना तभी मायने रखेगा, जब दूसरी लड़कियां भी बीएसएफ ज्वाइन करना शुरू करेंगी। लड़कियां सूरज से बचने के लिए सनस्क्रीन लगाना छोड़ें, धूप में तपकर खुद को साबित करें। मुझे गर्व है कि मैं देश की पहली महिला असिस्टेंट कमांडेंट हूं।’