बिहार की राजनीति में 24 फरवरी के बोलेरो कांड के बाद भारी हंगामा मचा हुआ है। उस दुर्घटना में शामिल भाजपा नेता पर कार्रवाई किए जाने को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर है। लेकिन अब ताजा समाचार यह है कि मुजफ्फरपुर में तेज रफ्तार बोलेरो से कुचलकर हुई 9 बच्चों की मौत के मामले में भाजपा के नेता मनोज बैठा ने देर रात पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। जानकारी के मुताबिक मनोज बैठा ने मुजफ्फरपुर के एसपी के समक्ष आत्मसमर्ण करने पहुंचा। इसके बाद उसे हिरासत में ले लिया गया। बाद में पुलिस उसका मेडिकल कराने उसे अस्पताल ले गई । आज उसे अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा।

दूसरी तरफ, इस मामले में सियासत बढ़ती जा रही है। विपक्षी दल आरजेडी ने इस मामले पर मंगलवार को विधानसभा के बाहर और भीतर जम कर हंगामा किया। विपक्षा नीतिश सरकार पर इसे बचाने के आरोप लगा रहा है। लेकिन सरकार का कहना है कि कोई रियायत नहीं होगी। इस मामले को गंभीरता को देखते हुए नीतिश ने होली का त्यौहार भी ना मनाने का फैसला किया है।

हम आपको बता दें कि मुजफ्फरपुर जिले के मीनापुर क्षेत्र में शनिवार(24 फरवरी) को एक तेज रफ्तार अनियंत्रित बोलेरो की चपेट में आने से नौ स्कूली बच्चों की मौत हो गई थी, जबकि 15 से ज्यादा बच्चे घायल हो गए थे। हादसे के बाद पुलिस ने जानकारी देते हुए कहा था कि धर्मपुर स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय से छुट्टी के समय सभी बच्चे राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-77 पार करके वापस अपने घर जा रहे थे, तभी एक तेज रफ्तार अनियंत्रित बोलेरो ने इन बच्चों को अपनी चपेट में ले लिया।  मुजफ्फरपुर जिले के मीनापुर क्षेत्र में शनिवार(24 फरवरी) को एक तेज रफ्तार अनियंत्रित बोलेरो की चपेट में आने से नौ स्कूली बच्चों की मौत हो गई थी, जबकि 15 से ज्यादा बच्चे घायल हो गए थे।

राजद की वरिष्ठ नेता राबड़ी देवी ने सीएम नीतीश कुमार पर प्रहार करते हुए कहा था, ‘सरकार को शर्म आनी चाहिए। शराब पर पूरी तरह बैन नहीं है और अभी भी यह आसानी से मिलती है। जब तक मनोज बैठा को गिरफ्तार नहीं किया जाता हम विधानसभा चलने नहीं देंगे।’ इसके लिए सोमवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधायकों ने बिहार राजभवन मार्च किया और राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा था।

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