बहुमुखी प्रतिभा के धनी रहे भारत रत्न और पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के व्यवहार के सभी कायल रहे। उनके कट्टर विरोधी भी उनके दिल में उसी तरह बसे जैसे अपने। उनके जाने के बाद हर कोई अपने तरीके से उन्हें श्रद्धांजलि दे रहा है।अब हर दिल अजीज अटल को उत्तराखंड के मदरसा बोर्ड ने भी खास जगह देने का फैसला किया है।इसके तहत अटल जी की जीवनी को उत्तराखंड मदरसा बोर्ड अपने पाठ्यक्रम में शामिल करेगा। इसके लिये प्रस्ताव तैयार किया जा चुका है। उत्तराखंड मदरसा बोर्ड का मानना है कि उनकी जीवनी को मदरसों के पाठ्यक्रम में शामिल करने से बच्चों को अटल जी के महान व्यक्तित्व से काफी प्रेरणा मिलेगी। बोर्ड के डिप्टी रजिस्ट्रार अखलाक़ अहमद ने कहा कि, ये बोर्ड की जिम्मेदारी बनती है कि ऐसे महान शख्सियतों के बारे में छात्रों को बताया जाए।जिससे छात्र उनकी विशाल शख्सियत और खूबियों से वाकिफ हो सकें। इसी मकसद से बोर्ड ने प्रस्ताव तैयार किया है।

उत्तराखंड मदरसा बोर्ड के इस प्रस्ताव का बाकी मदरसों ने भी सकारात्मक रुख के साथ स्वागत किया है।ऐसे में इसे मंजूरी मिलना भी तय माना जा रहा है।

हालांकि बोर्ड के इस प्रस्ताव पर मदरसा एसोसिएशन का क्या रुख रहता है, ये तो पाठ्यक्रम का पूरा खाका तैयार होने के बाद ही पता चलेगा। लेकिन इस प्रस्ताव पर मदरसा दार-ए-अकरम के प्रबंधक अब्दुर सत्तार ने बताया कि अभी कुछ तय नहीं हुआ है।फिलहाल आधुनिक विषयों में केवल हिंदी, अंग्रेजी और गणित ही पढ़ाया जा रहा है।

इसमें कोई शक नहीं है कि अटल बिहारी वाजपेयी बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे।यही वजह है कि उनकी अंतिम विदाई में सभी सियादी दलों ने वैचारिक मतभेद के बावजूद उन्हें श्रद्धांजलि दी। उनके निधन के बाद जहां उनके नाम से स्मारक, मैदान और एयरपोर्ट रखने की मांग की जा रही है। वहीं अब उत्तराखंड मदरसा बोर्ड ने बड़ा फैसला लेते हुए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जीवनी को अपने पाठ्यक्रम में शामिल करने का प्रस्ताव तैयार किया है।

ब्यूरो रिपोर्ट, एपीएन

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here