जनता के हित के पैसो से केरल विधानसभा के अध्यक्ष ने 50,000 रुपए का एक चश्मा खरीदा है। अध्यक्ष पी श्रीरामकृष्णन की इस खरीददारी से विवाद खड़ा हो गया है और विवाद खड़ा होना लाजमी भी है, क्योंकि केरल पहले ही नकदी की कमी से जूझ रहा है, ऐसे में अपने निजी खर्चे के लिए राज्य के सरकारी कोष से 50,000 रुपए का भुगतान करना जनता के हित के खिलाफ है। इस खुलासे ने विधानसभा के अन्य सदस्यों के मन में कई सवालों को खड़ा कर दिया है।
आरटीआई में इस खर्चे का खुलासा उस वक्त हुआ, जब माकपा सरकार ने कुछ दिनों पहले अपना बजट पेश किया था। इस मामले में आरटीआई कार्यकर्ता डीबी बीनू ने बताया कि चश्मे पर 49,900 रुपए खर्च किए, जिसमें 4,900 रुपए चश्मे के फ्रेम पर और 45,000 रुपए लेंस पर खर्च किए गए।
यह भी पढ़े: राहुल गांधी ने पहनी 63,000 की जैकेट, भाजपा ने कसा तंज
आरटीआई की जानकारी के मुताबिक, विधानसभा अध्यक्ष के इलाज का खर्चा भी सरकारी कोष से दिया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक, 5 अक्टूबर 2016 से 19 जनवरी 2017 तक श्रीरामकृष्णन के अस्पताली इलाज के लिए सरकारी खजाने से 4 लाख 25 हजार रुपये खर्च किए गए।
आरटीआई कार्यकर्ता बीनू ने बताया, कि उन्होंने अध्यक्ष से अस्पताल में इलाज पर खर्च किए गए बिलों की कॉपी भी मांगी थी, लेकिन वो अभी तक नहीं दी गई है। अध्यक्ष पी श्रीरामकृष्णन के इस रवैये से परेशान होकर बीनू ने कहा, कि वो सूचना आयोग के पास अपनी अपील लेकर जाएंगे। इस मामले में अध्यक्ष श्रीरामकृष्णन ने सफाई देते हुए कहा, कि डॉक्टरों की सलाह पर ही उन्होंने ये चश्मा लिया।