हर घर में पंप और समरसिबल लगाने से पानी की बर्बादी सौ गुना तक बढ़ गई है। इससे सैकड़ों मिलियन लीटर पानी बर्बाद हो जाता है। इसी को देखते हुए मुरादाबाद इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन विंग के छात्रों ने स्मार्ट वॉशबेसिन का निर्माण किया है। जिसमें पानी की टैप खुले रह जाने पर मोबाइल पर मैसेज आ जाएगा। वहीं बेसिन के पानी को रिसायकल कर दोबारा नहाने और पौधों को सींचने लायक बना सकेंगे। इस आविष्कार के लिए छात्रों को 50 हजार का इनाम भी मिला है। प्रोजेक्ट से जुड़े छात्र यश खन्ना अपनी कामयाबी से खुश होकर देश के लिए कुछ खास करना चाहते हैं।

स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन-हार्डवेयर एडिशन के शुरुआती चरण में भी छात्रों का यह प्रोजेक्ट चयनित हो चुका है। जिसमें देश भर में 600 टीमों में जगह बनाई थी। इसके बाद अब इंडिया हैकाथॉन-2018 प्रतियोगिता में देश भर से 10 हजार से ज्यादा प्रोजेक्ट शामिल किए गए। जिसका फाइनल एनआइटी त्रिची में हुआ था। इसमें चयनित होने पर छात्र यश खन्ना, तनुज टंडन व उत्कर्ष गुप्ता ने 50 हजार रुपये का नकद पुरस्कार जीता। इस प्रोजेक्ट पर छात्रों ने पूरा काम एसोसिएट प्रोफेसर डॉ.क्षितिज सिंघल और सहायक प्रवक्ता अमित सक्सेना के निर्देशन में पूरा किया था।

बड़ी बात तो ये है कि अगर टंकी में पानी का रिसाव हो रहा है या नल खुला है, तब भी आपके मोबाइल पर संदेश भी आ जाएगा। जाहिर है जल ही जीवन है इसके बिना मनुष्य, जीव-जंतु और पेड़-पौधों की कल्पना तक नहीं की जा सकती है। पानी के अति दोहन पर यदि समय रहते अंकुश नहीं लगाया गया तो आगामी समय में गंभीर संकट का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में देश के इन मेधावी छात्रों के नये आविष्कार से पानी के अनमोल बूंदों की बर्बादी पर लगाम लगाई जा सकेगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here