जिस प्रकार ‘कुत्ते का दुम कभी सीधा नहीं हो सकता’, ठीक वहीं हालत हमारे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान का भी है। जिसे जितना समझाया जाए कभी वह सुधरने का नाम नहीं ले सकता। शनिवार की शाम श्रीनगर के पांथा चौक के आर्मी कैंप इलाके में CRPF की गाड़ी पर घात लगाए आतंकियों ने हमला कर दिया। इस दौरान आतंकियों द्वारा किए जाने वाले अचानक हमले ने जवानों को समभलने का मौका नहीं दिया, जिसके चलते CRPF के सब इंपेक्टर साहब शुक्ला शहीद और दो जवान गंभीर रुप से घायल हो गए है। सुरक्षाबलों के माकूल जवाबदेही के बाद आतंकी पास के DPS स्कूल में भाग खड़े हुए। बता दें कि उस वक्त स्कूल में कोई भी स्टाफ या बच्चे उपस्थित नहीं थे, अगर ऐसा होता तो आतंकी इन्हें अपने बच निकलने का जरिया बना सकते थे। हालाकि इस वक्त पांथा चौक के आस पास वाले इलाकों में धारा 144 लगू करने के बाद सुरक्षाबलों ने DPS स्कूल में छुपे आतंकियों को मार गिराया वहीं अब भी सुरक्षाबलों द्वारा आस पास के इलाको में सर्च ऑपरेशन जारी है। उधर, शहीद सब इंपेक्टर साहब शुक्ला के पार्थिक शरीर को अंतिन विदाई देने के लिए उनके पैतृक गांव लाया जा रहा है।

सीएम द्वारा शहीद को अंतिम विदाई देने पर अड़े परिजन

saheb shukla martyredगोरखपुर के लाल के पार्थिक शरीर को आज सुबह उनके पैतृक गांव कनइल मजगांवा लाया गया हैं। इस दुख भरी घड़ी में शोकाकुल में डूबे परिजनों को धैर्य देने के लिए सीआरपीएफ के एसआई, बासगांव के क्षेत्राधिकारी विनय कुमार द्विवेदी, उपजिलाधिकारी अमरेंद्र कुमार वर्मा, बेलीपार प्रभारी निरीक्षक अमरेंद्र कुमार वर्मा, बेलीपार प्रभारी निरीक्षक रविंद्र कुमार पाण्डेय समेत आस पास के लोगों की भीड़ उनके आवास पर जुटने लगी थी। शहीद सब इंस्पेक्टर साहब शुक्ला के शहादत के बाद उनके पुत्र देवाशीष शुक्ला ने कहा,’पिताजी ने देश की सुरक्षा के लिए यह बलिदान दिया है और जब तक सीएम योगी स्वयं आकर शहीद को अंतिम विदाई नहीं देंगे, तब तक वह अपने पिता के पार्थिक शरीर का दाह संस्कार नहीं करेगा।’

सीएम ने की 25 लाख आर्थिक सहायता का एलान

सीएम योगी ने शहीद के परिजनों के प्रति संवेदना जताते हुए उन्हे 25 लाख रुपए आर्थिक सहायता की घोषणा की। जिसकी सूचना आला अधिकारियों ने शहीद के परिजनों को भी दी है।

दाह संस्कार से पहले पाकिस्तान मुर्दाबाद के लगे नारे

शहीद के शहादत की खबर के बाद परिजनों के घर में पसरा सन्नाटा साहब के पार्थिक शरीर को देख चीख पुकार में तबदील हो गया। इसी बीच जब जवान के दाह संस्कार की घड़ी निकट आई तो परिजनों के घर के बाहर अंतिम विदाई देने जुटे ग्रामिणों ने ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ एवं ‘शहीद साहब शुक्ला अमर रहे’,‘साहब शुक्ला जिंदाबाद’ के नारे लगाना शुरु कर दिया। बता दें कि ग्रामिणों में यह आक्रोश लगातार घाटी में बढ़ रही आतंकी घटनाओं से अपने जवानों को खोता देख देखा जा रहा है।

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