समाजवादी पार्टी के अंदर चल रही कलह खत्म होने के आसार नजर आने लगे हैं। सपा के अध्यक्ष पद पर बरकरार पूर्व सीएम अखिलेश यादव को उनके चाचा शिवपाल ने बधाई दी है। शिवपाल ने फोन करके अखिलेश को अध्यक्ष चुने जाने की अग्रिम बधाई दी है। इसे भतीजे के प्रति चाचा के आशीर्वाद के रूप में माना जा रहा है। सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह का चाचा-भतीजे के बीच में सुलह कराने में अहम भूमिका मानी जा रही है।
बता दें 5 अक्टूबर यानी कल से आगरा में सपा का राष्ट्रीय अधिवेशन शुरू होने जा रहा है। इससे पहले आज राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी, जिसमें आगामी चुनाव और पार्टी की नीतियों पर चर्चा होगी।
सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी के अनुसार इस राष्ट्रीय कार्रकारिणी बैठक में पार्टी के संविधान में संशोधन होगा, जिसमें अध्यक्ष पद का कार्यकाल 3 साल से बढ़ाकर 5 साल तक किया जाएगा।
गौरतलब है कि पिछले 9 महीने से पार्टी को लेकर चाचा-भतीजे के बीच जंग चल रही थी। बताया जा रहा है कि तब से इन दोनों के बीच कोई बातचीत नहीं हुई। मगर आज शिवपाल ने मुलायम के कहने पर अखिलेश यादव से फोन पर बात कर सारे गिले शिकवे भुलाकर दोस्ती का हाथ बढ़ाया है।
हाल के दिनों में सपा सुप्रीमों ने लोहिया ट्रस्ट के सचिव पद से रामगोपाल यादव को हटाकर शिवपाल को जिम्मेदारी सौंपी थी। इसके अलावा लोहिया ट्रस्ट में चार नए लोगों को लाया गया था, तब से विवाद बढ़ने की चिंगारी मिल गई थी। उस दौरान नौबत यहां तक आ गई थी कि अगर मुलायम और अखिलेश यादव के बीच समझौता नहीं हुआ तो मुलायम अलग पार्टी बना सकते थे। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ।
पार्टी के इस बखेड़े ने पार्टी के अंदर दो गुट बना दिए थे। एक तो अखिलेश यादव और दूसरा उनके चाचा शिवपाल यादव। ऐसे में अखिलेश को जहां रामगोपाल यादव सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का साथ मिला तो वहीं शिवपाल को मुलायम का।