उर्जित पटेल के इस्तीफा देने के बाद शक्तिकांत दास को भारतीय रिजर्व बैंक का नया गवर्नर नियुक्त किया गया है। शक्तिकांत दास इससे पहले वह आर्थिक मामलों के सचिव रह चुके हैं और मौजूदा समय में वित्त आयोग के सदस्य थे।
नोटबंदी के बाद अर्थव्यवस्था में गतिविधियों को सामान्य बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले 1980 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के पूर्व अधिकारी शक्तिकांत दास को मंगलवार को भारतीय रिजर्व बैंक का नया गवर्नर नियुक्त किया गया।
शक्तिकांत दास, 61 वर्ष, की नियुक्ति तीन साल के लिये की गई है। एक आधिकारिक आदेश में यह जानकारी दी गई है। वह रिजर्व बैंक के 25वें गवर्नर होंगे। गौरतलब है सोमवार को अप्रत्यशित रूप से रिजर्व बैंक गवर्नर के पद से तुरंत प्रभाव से इस्तीफा दे दिया।
पहले यह माना जा रहा था कि सरकार रिजर्व बैंक के भीतर से ही किसी को संस्थान का प्रमुख चुनेगी लेकिन प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने एक दिन के भीतर ही रिजर्व बैंक के गवर्नर के लिये दास को चुना।
वित्त मंत्रालय से सेवानिवृति के बाद दास को जी-20 में भारत का शेरपा बनाया गया। इसके साथ ही उन्हें 15वें वित्त आयोग का सदस्य भी बनाया गया। दिल्ली के सेंट स्टीफन कालेज से इतिहास स्नातक दास को केन्द्र में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली राजग सरकार बनने के साथ ही वित्त मंत्रालय में राजस्व विभाग का कार्यभार सौंपा गया।
इसके बाद उन्हें आर्थिक मामले विभाग में स्थानांतरित किया गया। वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामले विभाग के कामकाज में रिजर्व बैंक और मौद्रिक नीति की देखरेख भी आती है। रिजर्व बैंक गवर्नर का पद ज्यादातर नौकरशाहों के पास ही रहा है। केन्द्र की भाजपा सरकार ने रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन के कार्यकाल का विस्तार नहीं किया।