उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद की महिला और उसकी बेटी से यौन शोषण में घिरे बाबा आशु को लेकर अब एक और नया खुलासा हुआ है। दरअसल, विश्वविख्यात ज्योतिषचार्य और हस्तरेखा विशेषज्ञ होने का दावा करने वाले आशु बाबा का असली नाम आसिफ खान है। दिल्ली के प्रीतमपुरा के तरुण एंक्लेव में इसका मकान है और रोहिणी सेकटर-7 बी 4/77-78 में इसका आश्रम है। अपने असली नाम और पहचान को जाहिर न करना उसकी भूमिका पर सवालिया निशान लगाता है। आशु बाबा के आशु गुरुजी बनने की कहानी बेहद ही रोचक है। चलिए हम आपको बताते है कि आसिफ खान से कैसे बने ये आशु गुरु। 

करोड़ों की है कारें:
बाबा आशु  अपनी असली पहचान छिपाकर ज्योतिष का कारोबार चला रहा है। 1990 तक दिल्ली के वजीरपुर स्थित जेजे कॉलोनी में रहने वाला आशु वर्तमान में करोड़ों का मालिक है। अब इसके पास करोड़ों रुपये की तो केवल कारें ही हैं। बताया जाता है कि सराय रोहिल्ला थाना के पदम नगर इलाके में इसने अपना धंधा शुरू किया था। एक दिन अचानक वहां से अपना धंधा बंद कर दिया। हैरान कर देने वाली बात यह है कि दूसरों का भविष्य बताने का दावा करने वाले आशु के घर पर उसका नौकर ही 50 लाख रुपये लेकर भाग गया। 

एक मुलाकात के लिए लेते हैं मोटी फीस
आशु गुरुजी बनकर नामी टेलीविजन चैनलों पर लोगों की सभी प्रकार की समस्याओं का समाधान करने का दावा करता है। अक्सर कार्यक्रम के दौरान दिखाया जाता है कि एक रिक्शा चालक कैसे आशु भाई के दिए रतन के चलते कई ट्रकों का मालिक बन गया। यह तो नमूना भर है। इस तरीके के कई दावे दिखाए जाते है। आशु मुलाकात के लिए मोटी फीस लेता है। उपाय आदि के नाम पर ली जाने वाली रकम की तो कोई सीमा नहीं है।

कालसर्प को दूर करने के नाम पर करता है ठगी
टेलीविजन पर कार्यक्रम के दौरान फोन इन लाइव कार्यक्रम में आशु ज्यादातर बार हास्यास्पद बातें करता है। इस दौरान आशु भूत-प्रेत की छाया से बचाने और काल सर्प दोष आदि का उपाय करने का दावा भी करता है।  इस दौरान कई बार उपाय हास्यास्पद होते हैं।  यही नहीं नामी ज्योतिषाचार्य मानते हैं कि शास़्त्रों में काल सर्प का कहीं भी उल्लेख नहीं है। बाजवूद इसके आशु बाबा कालसर्प को दूर करने के उपायों का नाम लेकर परेशान लोगों से मोटी रकम ले लेता है।

दिल्ली के सबसे महंगे इलाकों में ऑफिस
आशु भाई के नाम से कई सालों से ज्योतिष के कारोबार में सक्रिय आसिफ खान का प्रीतम पुरा के तरुण एंकलेव में मकान और रोहिणी सेकटर 7 बी 4/77-78 में ऑफिस है। इस ऑफिस में वह सुबह 4 से 8 बजे वह लोगों से मिलता है। इसके अलावा, दक्षिण दिल्ली के हौजखास में भी उसका एक ऑफिस है।

बता दें कि आसाराम बापू, गुरमीत राम रहीम, वीरेंद्र दीक्षित, शनिधाम मंदिर के संस्थापक दाती महाराज और नब्बे भगत बाबा के बाद अब बाबा आशु का नाम सामने आया है। गाजियाबाद की रहने वाली एक महिला और उनकी नाबालिग बेटी का कई वर्षों से यौन शोषण करने का आरोप आशु बाबा पर लगा है।

आपको बता दें कि दक्षिण जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार, पीड़ित महिला (40) यूपी के गाजियाबाद के इंदिरापुरम की रहने वाली है। महिला ने हौजखास थाना पुलिस को बताया है कि वह आशु बाबा को वर्ष 2008 से जानती है। उसकी बेटी उस समय छह वर्ष की थी जो पोलियो से पीड़ित है।

बेटी के साथ किया सामूहिक दुष्कर्म
आरोपित बाबा ने महिला से इलाज के लिए बेटी को रोहिणी स्थित आश्रम में लाने को कहा। आरोप है कि बाबा बच्ची को निर्वस्त्र कर उसकी मालिश करता था। यह सिलसिला वर्ष 2013 तक चलता रहा। पीड़िता वर्ष 2013 में दिवाली पर बाबा के रोहिणी स्थित आश्रम में गई थी, जहां आश्रम के मैनेजर ने नशीला पेय पिलाकर बाबा व उसके साथियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। दक्षिणी दिल्ली के हौज खास थाने में महिला ने बाबा के साथ ही उसके बेटे व दोस्त पर भी आरोप लगाए हैं। पुलिस ने पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

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