Rampur उत्तर प्रदेश का वह जिला है, जहां की पुलिस ने कभी गुम हुई भैंस खोजने के लिए पूरे जिले में जितनी भी भैंस थी, उनकी परेड करा दी थी।
समाजवादी पार्टी के शासनकाल में रामपुर पुलिस ने तत्कालीन मंत्री आजम खान की भैंस की सकुशल बरामदगी से यह सिद्ध कर दिया था कि अगर पुलिस चाहे तो किसी भी गुमशुदा की तलाश करके उसकी घर वापसी करा सकती है।
रामपुर पुलिस के सामने घोड़ी को तलाशने की चुनौती
अब ताजा मामला भैंस की गुमशुदगी से थोड़ा उपर उठते हुए एक कांग्रेसी नेता के घोड़ी पर आकर ठहर गया है। रामपुर पुलिस अब कांग्रेस नेता की घोड़ी ढूंढने को लेकर चर्चा में है। दरअसल रामपुर के कांग्रेस नेता नाजिश खान ने सोशल मीडिया पर एडीजी जोन बरेली को गुम हुई घोड़ी को तलाशने के लिए से गुहार लगाई।
नाजिश ने ट्वीट करके बताया कि मेरी एक पालतू घोड़ी जिसका नाम रानी हैं उम्र 4 वर्ष रंग काला पर ओर मुंह सफेद है यानी काली चम्पी घोड़ी दिनांक 05/11/2021 सुबह 6 से तोपखाना गेट हजरत पुर चोराहा rampur जावेद लाला की चक्की से कोई खोल कर ले गया है। @Uppolice @adgzonebareilly कृपया संबंधित थाने को अवगत कराएं।
नाजिश खान के इस ट्वीट पर रामपुर पुलिस ने रिप्लाई भी किया है कि हम सोशल मीडिया के माध्यम से लगातार बेहतर सेवा नागरिक सेवा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है, आपके ट्वीट के सम्बन्ध में जांच व आवश्यक कार्यवाही हेतू सम्बन्धित थाने को अवगत करा दिया गया है । आप अपनी शिकायत UPCOP APP or https://cctnsup.gov.in/eFIR/login.aspx के माध्यम से भी ऑनलाइन दर्ज करा सकते है।
गौरतलब है कि अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी की सरकार में तत्कालीन मंत्री आजम खान के डेयरी फॉर्म से साहिवाल नस्ल की दो भैंसें चोरी हो गई थी। जिसके बाद आजम खान के स्टॉफ के द्वारा बाकायदा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई थी।
उसके बाद आनन-फानन में रामपुर पुलिस ने उन भैंसों को ढूंढने के लिए पूरे जिले को छान मारा था। हालांकि इस मामले में अखिलेश यादव की सपा सरकार को आलोचना का भी शिकार होना पड़ा था। भाजपा और बसपा नेताओं ने भेंस गुमशुदगी प्रकरण में आजम खान और सपा पर जबरदस्त हमला बोला था।
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