Rahul Gandhi: वायनाड सीट से लोकसभा सांसद राहुल गांधी की सदस्यता को लोकसभा द्वारा समाप्त किया गया है। हाल ही में गुजरात के सूरत कोर्ट ने राहुला गांधी को दो साल की सजा सुनाई है। इसे लेकर कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।

गौरतलब है कि सूरत की निचली अदालत ने गुरुवार को मानहानि के मुकदमे को लेकर दोषी ठहराया था। राहुल ने कनार्टक में भाषण देते हुए कहा था कि सभी चोर मोदी नाम के ही क्यों होते हैं। जिसके बाद उनपर आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया था। जिसमें उन्हें दो साल की सजा सुनाई गई है। फिलहाल वह 30 दिन की जमानत पर हैं। इस फैसले के बाद लोकसभा सचिवालय ने नोटिफिकेशन जारी कर राहुल की सदस्यता को समाप्त किया गया है।
आपको बता दें कि कांग्रेस पर यह पहला मौका नहीं है जब किसी की सदस्यता को रद्द किया गया है। इससे पहले राहुल गांधी की दादी इंदिरा गांधी तथा मां सोनिया गांधी की सदस्यता भी जा चुकी है।
Rahul Gandhi: किस तरह गई इंदिरा गांधी की सदस्यता
आपातकाल के बाद हुए चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद वर्ष 1978 में वह कर्नाटक के चिकमंगलूर से उपचुनाव जीतकर लोकसभा पहुंची थी। आपातकाल के दौरान घटित होने वाली घटनाओं से विपक्ष इंदिरा गांधी से काफी नाराज था।

इसके बाद लोकसभा में पहुंचने पर उनके खिलाफ अपने कार्यकाल के दौरान सरकारी अफसरों को अपमान करने और अपने पद के दुरुपयोग के लिए तत्कालीन पीएम मोरारजी देसाई ने प्रस्ताव पेश किया था। कई दिनों की लंबी बहस के बाद इंदिरा गांधी के खिलाफ पद का दुरुपयोग करने के आरोपों जांच हुई और विशेषाधिकार समिति ने आरोपों को सही ठहराया। इसके बाद उन्हें सदन से निष्कासित कर दिया गया था। इसके बावजूद इंदिरा गांधी 1980 में बहुमत के साथ दुबारा प्रधाममंत्री बनी।
Rahul Gandhi: सोनिया गांधी को भी इस कारण देना पड़ा था इस्तीफा

वर्ष 2006 में रायबरेली से सांसद रही सोनिया गांधी को भी इस तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। जब उनपर लाभ के पद का आरोप लगाया गया था। साल 2006 में यूपीए की सरकार थी और उस समय वह राष्ट्रीय सलाहकार परिषद की चेयरमैन भी थी। जिसे लोभ का पद करार दिया गया था। जिसके बाद उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
हालांकि दोनों ही नेताओं ने सदस्यता खोने के बाद वापसी की। फिलहाल राहुल गांधी 30 दिनों की जमानत पर हैं और वह इस दौरान अपनी सदस्यता बचाने का प्रयास कर सकते हैं।
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