प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने कर्मभूमि गुजरात में 3 मुख्य योजनाओं का उद्घाटन किया है। ये उद्घाटन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया गया है। गिरनार में रोप-वे परियोजना का भी उद्घाटन हो गया है। इस रोप-वे के शुरू होने से गिरनार पर्वत के ऊपर बने मंदिर के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को 10 हजार सीढ़ियां चढ़ने से राहत मिलेगी।
गिरनार रोप-वे परियोजना बहुचर्चित परियोजना है। प्रभु दत्तात्रेय के दर्शन के लिए 10 हजार से अधिक सीढ़ियां चढ़कर जाना पड़ता था। इस रोप-वे के जरिए तीर्थयात्रियों और बुजुर्गों को रोप-वे के जरिए सीधे चोटी तक पहुंचने में आसानी रहेगी।
रोप-वे के शुरू होने के बाद केवल 7 मिनट में यात्रा को तय किया जा सकेगा। इससे एक फेरे में 192 यात्री जा पाएंगे। इसमें 6 नंबर का टॉवर सबसे ऊंचा करीब 67 मीटर है जो कि गिरनार की एक हजार सीढ़ी के पास स्थित है। रोप-वे की शुरुआत होने पर जूनागढ़ का गिरनार रोप-वे पर्यटन के क्षेत्र में आकर्षण का केंद्र बन जाएगा।
रोप-वे परियोजना का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी गुजरात के किसानों के लिए ‘किसान सूर्योदय योजना’ और अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में यूएन मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर के साथ पीडियाट्रिक हार्ट हॉस्पिटल और टेली-कार्डियोलॉजी के लिए एक मोबाइल एप्लीकेशन का भी उद्घाटन किया।
राज्य सरकार ने ‘किसान सूर्योदय योजना’ के जरिए 2023 तक पारेषण अवसंरचना स्थापित करने के लिए 3500 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है। 2020-21 के लिए दाहोद, पाटन, महिसागर, पंचमहल, खेड़ा, तापी, वलसाड, छोटा उदयपुर, आनंद और गिर-सोमनाथ को योजना के तहत शामिल किया गया है। शेष जिलों को 2023 तक चरणबद्ध तरीके से कवर किया जाएगा।
बता दें कि राज्य में सिंचाई के लिए दिन में बिजली आपूर्ति के वास्ते, मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के नेतृत्व वाली गुजरात सरकार ने हाल ही में किसान सूर्योदय योजना की घोषणा की थी। इस योजना के जरिए किसान सुबह 5 बजे से रात 9 बजे तक बिजली पा सकेंगे।
परियोजना का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने कहा, कि अगर गिरनार रोप-वे कानूनी मसलों में नहीं फंसा होता, तो लोगों को इसका फायदा बहुत पहले ही मिलने लग जाता। पीएम ने कहा कि हमें सोचना होगा कि जब लोगों को इतनी बड़ी सुविधा पहुंचाने वाली व्यवस्थाओं का निर्माण, इतने लंबे समय तक अटका रहेगा, तो लोगों का कितना नुकसान होता है।