कुंभ मेला प्रशासन की ओर से संकेत दे दिए गए हैं कि कुंभ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आ सकते हैं, जिसके लिए अंदर ही अंदर तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। पूरब को पश्चिम से जोडऩे के लिए प्रयागराज से मेरठ तक गंगा एक्सप्रेस-वे और प्रयागराज से नोएडा राष्ट्रीय जलमार्ग की आधारशिला पीएम मोदी से ही रखवाने की तैयारी चल रही है।

इतना ही नहीं खबरें ये भी है कि केंद्रीय कैबिनेट की बैठक भी यहां बुलाई जा सकती है। फिलहाल अभी तारीख तय नहीं की गई है। वैसे बताया जा रहा है कि 18 फरवरी को प्रधानमंत्री का वाराणसी में कार्यक्रम प्रस्तावित है। उसी दौरान यहां का भी कार्यक्रम हो सकता है।

बता दें कि इससे पहले बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह 13 फरवरी को कुंभ मेला क्षेत्र में आएंगे। वह यहां कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। वह सभी 13 अखाड़ों के प्रतिनिधियों के साथ पावन संगम में डुबकी लगाएंगे। इसके बाद कई बड़े संतों का आशीष भी लेंगे। वह कुंभ के मद्देनजर शहर में कराए गए स्थायी कार्यों को भी देखेंगे।

जानकारी मिली है कि अमित शाह इस दौरान पीएम मोदी के कार्यक्रम की तैयारियों की भी समीक्षा करेंगे। अमित शाह के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भी आने का कार्यक्रम प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री ही पीएम मोदी के कार्यक्रम की रूपरेखा तय करेंगे।

गौरतलब है कि पिछले माह 29 जनवरी को कुंभ मेला क्षेत्र स्थित देश के पहले इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर में प्रदेश की कैबिनेट बैठी थी, जिसमें लगभग 36 हजार करोड़ रुपये की गंगा एक्सप्रेस वे के निर्माण पर मुहर लगी थी। अब कुंभ में केंद्रीय कैबिनेट की बैठक कराने की तैयारी है।

वहीं केंद्रीय मंत्रिमंडल के सदस्य बैठक में हिस्सा लेने के बाद संगम में पुण्य की डुबकी लगाएंगे। साथ ही किला स्थित मूल अक्षयवट और बड़े हनुमान मंदिर का दर्शन भी करेंगे। इसके अलावा संतों से मुलाकात भी करेंगे।

बता दें कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, वीके ङ्क्षसह, निरंजन ज्योति, डॉ. हर्षवर्धन आदि कुंभ में आकर संगम स्नान कर चुके हैं। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन भी कुंभ आ चुकी हैं।

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