महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बिहार के नालंदा जिले के राजगीर में एक दिवसीय दौरे पर  है। उनके दौरे को लेकर इनकी सुरक्षा के लिए कड़ें इंतजाम किए गए है। कोविंद दिल्ली से विशेष विमान से गया एयरपोर्ट पहुंचे, जहां राज्यपाल सतपाल मलिक और मुख्यमंत्री द्वारा उनका भव्य स्वागत किया गया।

महामहिम कोविंद गया पहुंचने के बाद राजगीर के लिए रवाना हो गए है। कोविंद राजगीर पहुंचकर राष्ट्रपति नालंदा विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय धर्म-धम्म सम्मेलन का उद्घाटन करने पहुंचे है।

इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, श्रीलंका के विदेश मंत्री तिलक मारापना और थाइलैंड के संस्कृति मंत्री वीरा रोजपालेजचानरत विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे। इनके अलावा इसमें 11 बौद्ध देशों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं।

तीन दिनों तक चलने वाले इस सम्मेलन का उद्देश्य धार्मिक परंपरा को जागृत करना है, क्योंकि धम्म शांति का एक प्रमुख स्रोत है। पूरी दुनिया में जहां शांति का मार्ग तलाशने की व्याकुलता छायी है उस परिपेक्ष्य में यह सम्मेलन वैश्विक शांति के मार्ग में एक बड़ा कार्य कहा जा सकता है।

आपको बता दें कि आसियान-भारत वार्ता भागीदारी की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर यह सम्मेलन आयोजित किया गया है। मालूम हो सिंगापुर में चौथा आसियान शिखर सम्मेलन 28 जनवरी 1992 को हुआ था। आसियान और भारत के बीच शांति वार्ता साझेदारी स्थापित करने के लिए एक निर्णय लिया गया था। तब से यह वर्ष गांठ निरंतर मनाई जा रहा है।

दुनिया के 11 देशों की सक्रियता ने आसियान-भारत वार्ता की 25वीं वर्षगांठ की श्रेष्ठता को सिद्ध कर दिया है। इस विशेष अवसर पर देश-दुनिया से आए दर्जनों चिंतकों द्वारा धम्म का विश्लेषण किया जाएगा।

इस मौके पर जहां विश्वविद्यालय के छात्र अपने 60 शोध-पत्र शामिल करेंगे वहीं धर्म और धम्म की भी सही व्याख्या को तार्किक तरीके से प्रस्तुत किया जाएगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here