कोरोना महामारी के कारण देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना दूर हो गया है। प्रधानमंत्री भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाना चाहते हैं। पीएम का ये सबसे महत्वाकांक्षी लक्ष्य है। कोरोना वायरस के कारण यह लक्ष्य 2030 या 2031 तक ही हासिल हो सकता है। इस बात का खुलासा बैंक ऑफ अमेरिका सिक्योरिटीज (BofA) किया है।

न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, बैंक ऑफ अमेरिका सिक्योरिटीज (BofA) ने सोमवार को एक रिपोर्ट में कहा, ‘महामारी के कारण उत्पन्न संकट को देखते हुए अब हमारा अनुमान है कि भारत की अर्थव्यवस्था 2031-32 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी। अगर भारत की वृद्धि दर 9 फीसदी रहती है तो यह 2031 तक (अमेरिकी डॉलर में) जापान के बाजार मूल्य पर आकलित जीडीपी की बराबरी कर लेगा और अगर वृद्धि 10 फीसदी रहती है तो भारत को 2030 में यह स्थिति हासिल हो जाएगी।’

बता दें कि, भारत इस समय दुनिया में पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। इससे पहले, बोफा ने साल 2017 में यह अनुमान जताया था कि भारत 2027-28 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश होगा। पीएम मोदी ने 2025 तक भारत की इकोनॉमी को 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। लेकिन कोरोना महामारी के कारण हुए लॉकडाउन में देश की अर्थव्यवस्था हिल गई है। इसे सही करने में काफी समय लगेगा इसिलए लक्ष्य की समय सीमा बढ़ गई है।

आजादी के बाद के इतिहास में पहली बार भारत मंदी का सामना कर रहा है। कोरोना महामारी के कारण देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। इस वित्त वर्ष की लगातार दो तिमाहियों में जीडीपी नेगेटिव रही। जून की तिमाही में तो जीडीपी में रिकॉर्ड 23.9 फीसदी की गिरावट आई थी। हालांकि दिसंबर तिमाही में जीडीपी फिर से पॉजिटिव जोन में आ गई है।

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