चास-बोकारो की जीवन रेखा गरगा नदी को स्वच्छ बनाने की मुहिम में अब आम आदमी भी जुट गया है। इसके लिए वर्ल्ड ग्रीन लाइन संस्था ने बीस हफ्ते पहले स्वच्छ गरगा अभियान शुरू किया था। इसके तहत संस्था के सदस्यों ने घर-घर जाकर लोगों से इस अभियान से जुड़ने की अपील की। सोशल मीडिया का सहारा भी लिया, एक सप्ताह के कैंपेन का असर हुआ। गरगा नदी को साफ करने हजारों की संख्या में लोग पहुंच गए।
वर्ल्ड ग्रीन लाइन संस्था की पहल पर एक हजार से ज्यादा लोग नदी की सफाई के लिए आगे आए। इनमे बच्चों से लेकर युवा, बुजुर्ग महिला और पुरुष सभी शामिल हुए। कचरा और जलकुंभी को निकाल कर नदी को साफ किया गया। सबने यह संकल्प लिया कि जब तक नदी पूरी तरह साफ नहीं हो जाए, इस मुहिम को नहीं रुकने देंगे
वर्ल्ड ग्रीन लाइन संस्था ने करीब 20 सप्ताह पहले स्वच्छ गरगा अभियान शुरू किया था। पिछले सप्ताह संस्था के युवाओं की टीम ने घरों, ऑफिसों, दुकानों में जाकर आम और खास से इस अभियान से जुड़ने की अपील की थी। सोशल मीडिया का सहारा भी लिया, एक सप्ताह के कैंपेन का असर हुआ।
वर्ल्ड ग्रीन लाइन के सचिव प्रीति रंजन दास ने कहा कि सरकारी स्तर पर गरगा नदी की सफाई को लेकर भारी उपेक्षा बरती जा रही है। चास नगर निगम को यह भी नहीं पता कि कितनी नालियों का पानी गरगा नदी में प्रवाहित हो रहा है।