राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर 24 अप्रैल को डॉ. राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विश्वविद्यालय में समारोह है। जिला मुख्यालय व ग्राम पंचायत स्तर के भी कार्यक्रम हुए। त्रिस्तरीय पंचायत राज प्रणाली को संवैधानिक दर्जा देने पर यह दिवस राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है। राष्ट्रीय स्तर के समारोह में श्रेष्ठ काम करने वाली पंचायतों को दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार व नानाजी देशमुख राष्ट्रीय गौरव ग्राम सभा पुरस्कार से पुरस्कृत किया। कार्यक्रम में पंचायत प्रतिनिधि भी शामिल हुए।

समारोह का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्रीय पंचायतीराज एवं ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किया। पंचायतीराज एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला सहित विभिन्न राज्यों के विभागीय मंत्री, अधिकारी, पंचायत प्रतिनिधि और विशेषज्ञ शामिल हुए। सभी पंचायत प्रतिनिधि का कार्यक्रम के लिए लखनऊ पहुंचे। पंचायतीराज विभाग ने दूसरे राज्यों से आने वाले प्रतिनिधियों के आवभगत की पूरी व्यवस्था की है।

जिला कलेक्टर आर संगीता ने जिले के तीनों जनपद पंचायतों के सीईओ को पत्र लिखकर समारोह मनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समारोह में स्थानीय जनप्रतिनिधियों, पंचायत पदाधिकारियों और ग्राम सभा सदस्यों को आमंत्रित किया जाए। क्षेत्र को ओडीएफ करने व स्वच्छ एवं साफ सुथरा बनाने में भागीदारी के लिए स्वच्छता शपथ दिलाई गई। स्कूलों में स्वच्छता पर आधारित निबंध लेखन, नाटक, चित्रकला प्रतियोगिता भी हुई।

इस दौरान संविधान के 73वें संशोधन के उद्देश्य, पंचायती राज प्रणाली की विशेषता, पंचायतों के दायित्व एवं कर्तव्य, ग्रामसभा का दायित्व एवं कर्तव्य तथा शक्तियां, ग्राम विकास में ग्राम सभा की भागीदारी पर चर्चा हुई। शासन की कल्याणकारी योजना और पांचवी अनुसूची क्षेत्र में पेसा अधिनियम की जानकारी दी गई।

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