उत्तर प्रदेश में पंच परमेश्वर की सरकार बनाने का इंतजार खत्म हो गया है। उत्तर प्रदेश निर्वाचन आयोग ने राज्य में चार चरणों में मतदान की घोषणा कर दी है। राज्य निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को मतदान की तारीखों का एलान कर दिया है। पंचायतों के आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। इससे पहले ही निर्वाचन आयोग ने चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी है।

राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी है। प्रदेश में चार चरण में 15, 19, 26 तथा 29 अप्रैल को मतदान होगा। इसके बाद दो मई को होगी मतों की गणना होगी। दो मई से बाद से गांव की सरकार का काम शुरू होगा, जोकि 25 दिसंबर से बंद है।  इसी के साथ प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। सभी 18 मंडल के एक-एक जिले में पहले चरण का चुनाव

प्रदेश में कल यानी शनिवार से नामांकन पत्रों का विक्रय होगा। पहले चरण के मतदान वाले जिलों में नामांकन तीन और चार अप्रैल को होगा। दूसरे चरण के मतदान वाले जिलों में नामांकन सात और आठ अप्रैल को होगा। तीसरे चरण के मतदान वाले जिलों में नामांकन 13 और 15 अप्रैल को होगा। चौथे चरण के मतदान वाले जिलों में नामांकन 17 और 18 अप्रैल को होगा। पंचायत चुनाव के लिए तीन अप्रैल से पहले चरण का नामांकन शुरू हो जाएगा। प्रत्येक चरण में प्रत्याशियों को प्रचार के लिए करीब सप्ताह भर का समय मिलेगा। 

बढ़ते कोरोना के मामलों ने निर्वाचन आयोग की चिंत बढ़ा दी है। यही कारण है कि, निर्वाचन आयोग ने फिजिकल डिस्टेंसिंग पर जोर दिया है। डिस्टेंसिंग बरकार रखने के लिए मतदान स्थलों में इजाफा भी हो गया है। इससे पहले 2015 चुनाव में 179413 मतदान स्थल थे। 2021 में मतदान स्थलों की संख्या 203050 हो गई है।

2015 में 11.74 करोड़ मतदाता थे जबकि 2021 में मतदाताओं की संख्या 12.39 करोड़ हो गई है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए 80,762 मतदान केंद्र तथा दो लाख 3050 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। प्रदेश के 12.39 करोड़ मतदाताओं में 53.01 प्रतिशत पुरुष तथा 46.99 प्रतिशत महिलाएं हैं। 


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