दिल्ली के पास नोएडा में स्थित चायनीज मोबाइल कंपनी ओप्पो में सोमवार को तिरंगे का चीनी कर्मचारी के अपमान करने से विवाद शुरू हो गया। तिरंगे के अपमान से वहां काम कर रहे भारतीय कर्मचारियों ने मंगलवार को बवाल कर दिया। भारतीय कर्मचारियों का आरोप है कि चायनीज कर्मचारी ने तिरंगे को फाड़ कर कूड़ेदान में फेंक दिया था।

इसके विरोध में स्टाफ ने आठ घंटे से अधिक विरोध कर अपनी नाराजगी जाहिर की। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह से मामले को शांत कराया। फिलहाल कंपनी ने आरोपी कर्मचारियों को तुरंत नौकरी से निकाल दिया है। स्टाफ के सदस्यों का विरोध आरोपी अधिकारी सुहाउ के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद मामला शांत हुआ।

‘भारत माता की जय’ के नारे लगा रहे ओप्पो के कर्मचारियों ने कंपनी की मेन बिल्डिंग की दीवार पर पोस्टर लगाया। इसके बाद विरोध प्रदर्शन करते हुए सोमवार की देर रात तक नारे लगाते रहे। सेक्टर-63 में ओप्पो ऑफिस के बाहर कर्मचारियों ने सड़क जाम कर दिया। इसके साथ ही कर्मचारियों ने विरोध के तौर पर कंपनी बिल्डिंग की दीवारों पर ऐसे कई सारे और पोस्टर लगाए।

एएसपी गौरव ग्रोवर और अन्य पुलिस अधिकारी मंगलवार शाम 6 बजे पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को शांत कराने का पूरजोर प्रयास किया। हालांकि, जब तक चीनी अधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई तब तक प्रदर्शनकारी शांत नहीं हुए। कर्मचारी सुमित उपाध्याय ने कहा, ‘3.30 बजे के आसपास सोमवार को सुहाउ यूनिट का जायजा लेने के लिए पहुंचे। उस वक्त उन्होंने राष्ट्रीय झंडे वाले पोस्टर को दीवार से उतारकर फाड़कर कूड़ेदान में फेंक दिया। जब कुछ और कर्मचारियों ने इस व्यवहार पर आपत्ति जताई तो उन्होंने उसर पर कोई ध्यान नहीं दिया।’

सोमवार की आधी रात के बाद कंपनी का कामकाज बंद हो गया और स्टाफ ने विरोध करना शुरू कर दिया। कर्मचारी बड़ी मात्रा में मार्केट से तिरंगा खरीदकर लाए। साथ ही विरोध के तौर पर उन्होंने एक बजे के करीब यूनिट के काम का पूरी तरह से बॉयकॉट किया।

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