बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ध्यान इन दिनों दिल्ली में होने वाले नगर निगम चुनाव पर है। दिसंबर में पूर्वांचल के लोगों के साथ हुए एक सम्मेलन में नीतीश कुमार पर लोगों ने दिल्ली नगर निगम चुनाव में अपने उम्मीदवार उतारने का दबाव डाला। लोगों ने बताया कि दिल्ली में पूर्वांचलियों की संख्या बहुत ज्यादा है। जिससे नगर निगम चुनाव में कांग्रेस, बीजेपी और आम आदमी पार्टी को काफी फायदा तो होता है पर चुनाव जीतने के बाद नेता दिल्ली में रह रहे पूर्वांचली लोगों को भूल जाते हैं। लोगों की इन्हीं समस्या को सुनने के बाद नीतीश कुमार ने फैसला किया वो दिल्ली के नगर निगम चुनाव में जेडीयू के उम्मीदवार उतारेंगे। दिल्ली में एमसीडी चुनाव के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जल्द ही दिल्ली में रैली भी करने वाले हैं।

नीतीश कुमार ने राज्य सभा सांसद आरसीपी सिंह और पूर्व एमएलसी संजय झा को इसकी जिम्मेदारी दी कि वह दिल्ली में पार्टी की हालत और पूर्वांचलियों की समस्या को देखते हुए इस दिशा में काम करें। संजय झा ने बताया कि नीतीश कुमार के अलावा पार्टी के एमपी, मंत्री और विधायक भी प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार करेंगे। दिल्ली जेडीयू के अध्यक्ष राज सिंह ने बताया कि कच्ची बस्ती और झोपड़पट्टी के लोगों ने आम आदमी पार्टी को वोट दिया था, लेकिन आप ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया। इन बस्तियों में आज भी ज्यादातर लोग पूर्वांचल के रहते हैं। आप पार्टी ने उनके पानी और बिजली बिल को माफ करने के बाद कहा कि सच्चाई यह है कि एक तिहाई लोगों के पास पानी और बिजली का कनेक्शन ही नहीं है। राज सिंह ने कहा कि वोट लेने के बाद आप सरकार का नजरिया पूर्वांचलियों के लिए बदल गया इसलिए इस बार जनता दल यूनाइटेड दिल्ली में सभी एमसीडी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी।

दिल्ली में इस बार का दिल्ली नगर निगम चुनाव काफी रोमांचक होने वाला है क्योंकि दिल्ली की पुरानी बड़ी पार्टी कांग्रेस और भाजपा तो मैदान में है ही साथ ही पिछले चुनाव से आम आदमी पार्टी ने चुनाव को त्रिकोणनीय बना दिया था। वहीं इस बार के चुनाव में अरविंद केजरीवाल के पुराने साथी योगेंद्र यादव भी स्वराज अभियान के जरिए अपनी राजनीतिक पारी की शुरूआत करने जा रहे हैं। योगेंद्र यादव के दो मकसद है, एक तो दिल्ली की राजनीति में अपनी ताकत को आज़माना दूसरा अपने पुराने साथी अरविंद केजरीवाल से हिसाब बराबर करना है।

भाजपा को भी इस बार के चुनाव में पूर्वांचलियों का अच्छा-खासा फायदा मिल सकता है क्योंकि भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष और भोजपूरी अभिनेता मनोज तिवारी से पूर्वांचल के लोग ख़ासा प्रभावित हैं। ऐसे में नीतीश कुमार के दिल्ली एमसीडी चुनाव में उतरने से मुकाबला काफी रोमांचक होने वाला है। भाजपा और जेडीयू के बीच एक बार फिर बिहार की ही तरह राजनीतिक घमासान देखने को मिल सकता है।

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