एक बार फिर समाजवादी पार्टी आपसी कलह में बुरी तरह से उलझ गई है। नौबत यहां तक आ गई है कि कल सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव एक नई पार्टी का ऐलान कर सकते हैं। बता दें मुलायम सिंह ने सोमवार को लोहिया ट्रस्ट में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है। कयास लगाए जा रहें हैं कि अगर आज रात तक मुलायम और अखिलेश में समझौता नहीं हुआ तो मुलायम एक नई पार्टी बना सकते हैं।

इस बार कलह को चिंगारी तब मिली जब सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने लोहिया ट्रस्ट के सचिव पद से रामगोपाल यादव को हटाकर शिवपाल को जिम्मेदारी सौंपी थी। उस दौरान मुलायम सिंह यादव ने लोहिया ट्रस्ट में  एक बैठक की जिसमें उन्होंने अखिलेश यादव, आजम खान समेत कई दिग्गज नेताओं को आमंत्रित किया था। लेकिन उन्होंने बैठक में हिस्सा नहीं लिया। उसी समय से कयास लग रहा था कि कलह अभी थमा नहीं है। बैठक के बाद मुलायम सिंह ने 25 तारीख को प्रेस कॉन्फेंस होने की जानकारी दी।

बता दें अगर सोमवार को मुलायम की नई पार्टी बनाते हैं तों उसका नाम अखिल भारतीय समाजवादी पार्टी हो सकता है। यादव खानदान की गुटबाजी में मुलायम और उनके छोटे भाई शिवपाल एक तरफ और अखिलेश और मुलायम के चचेरे भाई रामगोपाल यादव दूसरी तरफ माने जाते हैं। शनिवार को हुई समाजवादी पार्टी के राज्य सम्मलेन में मुलायम नहीं पहुंचे थे।

समाजवादी पार्टी के दो हिस्सों में जमकर रस्साकशी हो रही है। बता दें अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा था कि नकली समाजवादियों से सावधान रहें। इसके अलावा अखिलेश यादव ने यह भी कहा था कि पिता मुलायम सिंह यादव का आशीर्वाद उनके साथ हमेशा बना रहेगा।

वैसे तो समाजवादी पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन 5 अक्टूबर होना है। लेकिन समाजवादी पार्टी चाहेगी कि अंदरूनी कलह को जल्द से जल्द समाप्त किया जा सके। इस राष्ट्रीय अधिवेशन में 3 साल के लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा। इस साल 1 जनवरी को लखनऊ में हुई पार्टी के विशेष राष्ट्रीय अधिवेशन में मुलायम सिंह को अध्यक्ष पद से हटाकर अखिलेश यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया गया था। हालांकि कल की प्रेस कॉन्फ्रेंस का सब को बेशब्री से इंतजार रहेगा।

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