Morbi Bridge: मोरबी हादसे की कहानी… प्रत्‍यक्षदर्शियों की जुबानी… किसी ने रातभर की मदद, किसी ने अपनी गाड़ी से शव पहुंचाए अस्‍पताल

Morbi Bridge: मौके पर मौजूद एक अन्य चश्मदीद हसीना ने बताया कि मैं हादसे को शब्दों में बयां नहीं कर सकती। मरने वालों में बच्चे भी शामिल थे। मैंने मदद के लिए पुकार रहे लोगों को अपने परिवार के सदस्यों के रूप में देखा और उनकी मदद की।

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Supreme Court on Morbi
Morbi Hadsa Live Video:

Morbi Bridge: मोरबी ब्रिज हादसे का वह दर्दनाक मंजर का जिक्र करते ही लोग सिहर उठते हैं। जी हां, ये वही लोग हैं जो घटना के दौरान घटनास्‍थल के पास ही थे। कोई स्‍थानीय दुकानदार था, तो कोई मोरबी ब्रिज पर घूमने पहुंचा था।लेकिन जिस किसी ने भी वो भयानक दृश्‍य देखा वो परेशान है। हालांकि अपने स्‍तर पर मौके पर मौजूद चश्‍मदीदों ने भी लोगों को बचाने में किसी प्रकार की कसर नहीं छोड़ी।जानिए कुछ ऐसे ही चश्‍मदीदों की कहानी उन्‍हीं की जुबानी।

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Morbi Bridge Accident.

Morbi Bridge: पूरी रात लोगों की मदद की

Morbi Bridge: गुजरात के मोरबी में हैंगिंग ब्रिज हादसे की पूरी कहानी सामने आई है। दरअसल पुल के पास चाय बेचने वाले एक चश्मदीद ने पूरी कहानी बताई है। चश्मदीद के मुताबिक, मैं हर रविवार को यहां चाय बेचता हूं। रविवार शाम को भी चाय बेचने गया था।अचानक पुल के टूटने के बाद मैंने देखा कि लोग केबल से लटक रहे थे और फिर नीचे गिर गए।
हादसे के बाद मैं घर लौटा लेकिन मुझे नींद नहीं आई और फिर मैं घटनास्थल पर पहुंचा। पूरी रात लोगों की मदद की। चश्मदीद ने कहा कि पुल से लटकने और गिरने के बाद एक गर्भवती महिला की भी मौत हो गई। महिला 7-8 महीने की गर्भवती थी, ये दिल दहला देने वाला था। चश्मदीद ने कहा कि इससे भयानक कुछ भी मैंने अपनी जिंदगी में नहीं देखा।

Morbi Bridge: शव अपनी गाड़ी में भेजे अस्‍पताल

Morbi Bridge: मौके पर मौजूद एक अन्य चश्मदीद हसीना ने बताया कि मैं हादसे को शब्दों में बयां नहीं कर सकती। मरने वालों में बच्चे भी शामिल थे। मैंने मदद के लिए पुकार रहे लोगों को अपने परिवार के सदस्यों के रूप में देखा और उनकी मदद की। मैंने शवों को अस्पताल ले जाने के लिए अपना वाहन भी दिया। हसीना ने कहा कि मैंने इतना भयानक हादसा कभी नहीं देखा।

Morbi Bridge:पानी गंदा होने की वजह हो रही परेशानी

मोरबी ब्रिज हादसे के बाद से लगातार राहत और बचाव कार्य जारी है। सेना से लेकर स्‍थानीय पुलिस और गोताखोर पूरी ताकत से रेस्‍कयू में जुटे हुए हैं।इसी बीच NDRF कमांडेंट वी.वी.एन. प्रसन्ना कुमार ने बताया कि पानी गंदा होने की वजह से जब पानी के अंदर सर्च करते हैं तो विजिबिलिटी की दिक्कत होती है। इसके साथ ही पुल के गिरने के कारण वहां कुछ लोगों के दबे होने की आशंका है। ऐसे में उसके मलबे को निकालकर वहां भी बचाव कार्य किया जाएगा।

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