दिल्ली के चांदनी चौक के राबिया गर्ल्स पब्लिक स्कूल में 59 बच्चियों को फीस के नाम पर बंधक बनाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस मामले पर स्कूल के बाहर हंगामा हो रहा है और शिक्षा विभाग की टीम जांच के लिए वहां पहुंच चुकी है। वहीं दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने भी इस घटना को हैरान कर देने वाला बताया है और एक्शन लेने की बात कही है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी सेक्रेटरी और एजुकेशन डायरेक्टर को सभी तथ्यों के साथ तलब किया है।

दिल्ली के खाद्य मंत्री इमरान हुसैन ने इस मामले पर राबिया स्कूल की प्रिंसिपल से कड़े सवाल पूछे। उन्होंने पूछा कि स्कूल ने सरकारी नियमों का पालन क्यों नहीं किया। स्कूल इस पर चुप्पी साधे हुए है। इमरान ने कहा कि सरकार के नियमों के मुताबिक, फीस न देने पर कोई भी बच्चों को स्कूल में या क्लास में बैठने से रोका नहीं जा सकता। खाद्य मंत्री इमरान हुसैन ने स्कूल की प्रिंसिपल को फटकार लगाते हुए मामले को गंभीर व शर्मनाक बताया है।

इमरान ने मामले को बहुत दिल दहलाने वाला बताते हुए कहा कि जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। फीस न जमा कराने पर दिल्ली सरकार का ऑर्डर है कि क्लास में बैठने से नहीं रोक सकते, कोई हादसा होता तो कौन जिम्मेदार होता। बच्चों पर जुर्म बर्दाश्त नहीं करेंगे कोई भी हो सख्त कार्रवाई करें। स्कूल पर एफआईआर दर्ज की जा चुकी है।

उधर, स्कूल का कहना है कि जून महीने की फीस न जमा किए जाने के कारण बच्चियों को सजा दी गई लेकिन पैरंट्स कह रहे हैं कि फीस जमा की जा चुकी है। बता दें कि स्कूल में 2000 से ज्यादा छात्राएं पढ़ती हैं और मासिक फीस 3000 रुपये है
बता दें कि दिल्ली बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने इस घटना पर दो मेंबरों की जांच कमिटी बना दी थी, जो स्कूल की जांच करेगी।

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