नेपाल के तराई क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से लगातार होती बारिश और सीमांचल क्षेत्र में भारी बारिश के कारण बिहार के किशनगंज, पूर्णिया, अररिया और कटिहार जैसे जिलों में भयावह बाढ़ आ गई है। वहीं इससे राज्य में लाखों लोगों पर अचानक आसमान से संकट आ गिरा है।
वहीं सीएम नीतीश कुमार आज बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरान करेंगे। इससे पहले उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह एवं रक्षा मंत्री अरूण जेटली से फोन पर बात की और उन्हें हालातों की जानकारी दी। साथ ही हर मदद उपलब्ध कराने का अनुरोध भी किया है।
ऐसे में राहत और बचाव कार्य के लिए 320 एनडीआरएफ कर्मी के साथ सेना को भी लगाया गया है।
बता दें कि बिहार के सीमांचल जिलों पूर्णिया, कटिहार, अररिया, किशनगंज में बाढ़ के हालात लगातार बने हुए हैं। वहीं नेपाल में हो रही भारी बारिश तथा बिहार के कई जिलों में पिछले 24 घंटे से हो रही भारी वर्षा के कारण कई नदियां उफान पर हैं। चारों तरफ पानी ही पानी, गांवों में पानी भर गया है।
इस भारी बारिश के कारण रेल मार्ग भी बाधित हो गया है। रेलवे ट्रैक पर पानी भरने की वजह से यूपी-बिहार की करीब 30 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं।
वहीं यूपी के बाराबंकी में घाघरा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जीवल गांव में एक युवक की डूबने से मौत हो गई। गोंडा में सरयू नदी के जलस्तर में तेजी से इजाफा हुआ है। जबकि सीतापुर में घाघरा व शारदा नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी है।
इसी तरह पूर्वोत्तर के राज्यों का भी ऐसा ही बुरा हाल है। राज्य आपदा प्राधिकरण के अनुसार फिलहाल असम के 21 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। राज्य में अब तक 10 लोगों की मौत हो गई है फिलहाल आधा भारत बाढ़ ग्रसित है और हर जगह राहत कार्य जारी है।