पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को देश के विकास में उल्लेखनीय योगदान के लिए सोमवार को यहां इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय शांति एवं निरस्त्रीकरण तथा विकास पुरस्कार से सम्मानित किया गया। मनमोहन सिंह को इंदिरा गांधी की 101वीं जयंती पर आयोजित एक गरिमापूर्ण समारोह में उच्चतम न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति टी एस ठाकुर ने मनमोहन सिंह को 2017 के प्रतिष्ठित ‘इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार’ प्रदान किया। इस अवसर पर पुरस्कार की जूरी के अध्यक्ष एवं पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती सोनियां गांधी भी मौजूद थी।

ज्यूरी ने डॉ मनमोहन सिंह का चयन देश का नेतृत्व करने, सुधारों और अर्थव्यवस्था में योगदान देने, विश्व स्तर पर भारत की साख को बढ़ाने और चीन और पाकिस्तान सहित पड़ोसी देशों के साथ भारत के संबंधों को सुधारने के लिए किया। ज्यूरी ने आस्था, जाति, क्षेत्र या भाषा के आधार पर भेदभाव किए बिना आम लोगों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए मनमोहन सिंह के प्रयासों का विशेष रूप से उल्लेख किया।

मनमोहन सिंह को 2004 से 2014 तक प्रधानमंत्री के रूप में देश की आर्थिक एवं सामाजिक विकास और विश्व में भारत की साख को बनाने के लिए यह पुरस्कार दिया गया है। श्रीमती गांधी ने देश के विकास में डॉ़ सिंह के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने अपने 10 साल के कार्यकाल में देश में आर्थिक विकास दर को सर्वाधिक ऊंचाई तक पहुंचाया और अर्थव्यवस्था की बुनियाद को मजबूत किया।

पूर्व सीजेआई टीएस ठाकुर ने मनमोहन सिंह की तारीफ करते हुए कहा कि मनमोहन इस पुरस्कार के सही हकदार है, मनमोहन सरकार में अल्पसंख्या सुरक्षित महसूस करते थे और मनमोहन सिंह मुझसे बेहतर जज होते।

पर्यावरण के क्षेत्र में काम करने वाले गैर-सरकारी संगठन ‘सेंटर फॉर साइंस एंड इनवायरनमेंट’ (सीएसई) को वर्ष 2018 के ‘इंदिरा गांधी शांति, निरस्त्रीकरण एवं विकास पुरस्कार’ के लिए चुना गया है। सीएसई ने बताया कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की अध्यक्षता वाली अंतर्राष्ट्रीय जूरी ने आज यहां पुरस्कार के लिए नाम की घोषणा की। उसे “पर्यावरण शिक्षा एवं संरक्षण के क्षेत्र में चार दशक से ज्यादा के काम तथा समाज के हित में तथा देश में आर्थिक विकास के लिए सार्वजनिक नीतियों एवं कार्यक्रमों को सफलतापूर्वक प्रभावित करने के लिए” यह पुरस्कार प्रदान किया गया है।

सीएसई की महानिदेशक सुनीता नारायण ने पुरस्कार की घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुये कहा कि यह सम्मान पाकर संगठन गौरवान्वित है। इस पुरस्कार के लिए सीएसई का चयन हमारे जीवन में पर्यावरण से जुड़े मुद्दों को भी रेखांकित करता है। पिछले साल यह पुरस्कार पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को प्रदान किया गया था। इससे पहले संयुक्त राष्ट्र और यूनिसेफ के साथ दुनिया की कई जानीमानी हस्तियों को यह पुरस्कार दिया जा चुका है।

-साभार, ईएनसी टाईम्स

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